_1335573313.png)
जम्मू-कश्मीर के रामबन में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई। बचाव दल ने 100 लोगों की जान बचाई है। कई वाहन अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। घरों और दुकानों को भारी नुकसान हुआ है। रामबन के एक दुकानदार रवि कुमार ने बताया कि उनकी दो दुकानें थीं, मगर वे रातों-रात गायब हो गईं।
रामबन के निवासी ओम सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि मैं दूसरी तरफ रहता हूं, मगर वहां भी पानी का बहाव बहुत तेज था, हम समय पर यहां नहीं पहुंच सके। जब मैं यहां पहुंचा तो देखा कि मेरी दुकान समेत पूरा बाजार अचानक गायब हो गया था। मैंने ऐसा पहली बार देखा है। रामबन के एक दुकानदार रवि कुमार ने कहा कि बाजार में मेरी दो दुकानें थीं। जब हमें सुबह 4 बजे पता चला कि पूरा बाजार बह गया है, तो हम यहां पहुंचे और पाया कि यहां कुछ भी नहीं बचा था।
अब हमारे पास न तो दुकान है और न ही जमीन
पीड़ित युवक ने कहा कि रातों-रात सब कुछ नष्ट हो गया। हमें नहीं पता था कि मदद के लिए किससे संपर्क करें या क्या करें। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था। ये दुकानें ही हमारी आजीविका का एकमात्र साधन थीं। अब हमारे पास न तो कोई दुकान है और न ही ज़मीन। मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि वह आकर हमारी मदद करे। ये एक भयानक दृश्य था, कल्पना से परे... हमारे कर्ज़ माफ़ किए जाने चाहिए क्योंकि अब हमारे पास कुछ भी नहीं बचा है।
रामबन के एसएसपी कुलबीर सिंह ने बताया कि सभी पुलिस स्टेशनों को सतर्क कर दिया गया है और धर्म कुंड से करीब 100 लोगों को बचा लिया गया है।
मलबे में कई वाहन फंसे
रामबन निवासी सुनील कुमार को यकीन नहीं हो रहा कि भूस्खलन से उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने एएनआई को बताया कि मैं जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। चूंकि बारिश हो रही थी, इसलिए मैंने रामबन में एक होटल बुक किया था। घटना दोपहर 3 बजे हुई। जब मैं बाहर आया, तो मैंने देखा कि होटल की दो मंजिलें मलबे में दबी हुई थीं। ऊपरी मंजिल पर करीब 15 लोग थे। हमने उन सभी को बचा लिया। भूस्खलन के कारण मेरी नई कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। मलबे के नीचे करीब 8-10 कारें हैं।