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bihar nepal border: बिहार का सीतामढ़ी जिला भारत-नेपाल सीमा पर बसा है। ये अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक एकता के लिए जाना जाता है। दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता सदियों से चला आ रहा है। सीमा पर बसे गांवों में शादियां आम हैं। इससे दोनों ओर के लोगों के बीच मधुर संबंध बने हुए हैं। लेकिन इस मधुरता का फायदा कुछ लोग गलत तरीके से भी उठा रहे हैं। ताजा मामला सीतामढ़ी के परिहार प्रखंड से सामने आया है। यहां नकली दस्तावेजों के जरिए नेपाली नागरिकों के लिए आधार कार्ड बनवाने का खेल उजागर हुआ है।

सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को गुप्त सूचना मिली थी कि परिहार प्रखंड मुख्यालय में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के पास एक दुकान में दो नेपाली नागरिकों के लिए अवैध तरीके से आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। सूचना के आधार पर एसपी ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। परिहार थाना पुलिस ने दुकान पर छापा मारा और दो नेपाली नागरिकों के साथ-साथ दुकान संचालक जो कंप्यूटर ऑपरेटर भी है उसको हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आधार कार्ड बनाने वाली मशीन को भी जब्त कर लिया। हालांकि, करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद तीनों को थाने से रिहा कर दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक, दुकान संचालक बायोमेट्रिक डेटा का गलत इस्तेमाल कर अवैध तरीके से आधार सेंटर चला रहा था। इल्जाम है कि वो जरूरी दस्तावेजों के बिना भी फर्जी कागजात तैयार कर आधार कार्ड बनाता था और इसके लिए मनमानी रकम वसूलता था। इस मामले में पकड़े गए दोनों नेपाली नागरिकों ने दावा किया कि वे आधार कार्ड बनवाने नहीं बल्कि निजी काम से दुकान पर आए थे। पुलिस अफसर देव रंजन कुमार ने बताया कि तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। मशीन जब्त कर ली गई है और प्रकरण की जांच जारी है।