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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के नालंदा जिले में कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे वहां के निवासी संकट में हैं और वे अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। यह स्थिति उस समय पैदा हुई जब झारखंड में भारी बारिश के कारण फल्गू नदी में जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई, जिसके बाद कुछ छोटे बांधों के कुछ हिस्से टूट गए। इसके परिणामस्वरूप नालंदा जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और पानी कई इलाकों में घुस चुका है।
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) ने एक बयान जारी किया, जिसमें बताया गया कि 19 जून को फल्गू नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने पर अधिकारियों ने उदेरास्थान बैराज (जो जहानाबाद जिले में स्थित है) से 73,000 क्यूसेक पानी छोड़ा। इस प्रक्रिया के कारण कुछ छोटे बांधों के हिस्से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए और इसके प्रभाव से नालंदा के हिलसा, कराईपरसुराय और एकंगरसराय क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
इस संकट से निपटने के लिए अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी टेंट लगाए गए हैं और उन्हें भोजन, पीने का पानी तथा अन्य आवश्यक राहत सामग्री प्रदान की जा रही है। हालांकि, बाढ़ के खतरों के कारण लोग अपने घरों को छोड़कर इन टेंटों में रहने को मजबूर हैं, जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच बाढ़ के हालात को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को मौके पर तैनात किया है, जो घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। फल्गू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण नालंदा जिले के तीन प्रमुख प्रखंडों में बाढ़ का पानी फैल चुका है और एकंगरसराय का बेलदारी बिगहा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
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