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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन की तारीख जारी हो चुकी है। इस बीच महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर अनिश्चितता बरकरार है, वहीं जन सुराज पार्टी ने अपने 116 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने प्रोफेशनल, अकादमिक क्षेत्र के जाने-माने चेहरे और पुराने राजनीतिक परिवारों से जुड़े उम्मीदवारों को मौका दिया है। कई ऐसे उम्मीदवार भी हैं, जिन्हें पिछली पार्टियों से टिकट नहीं मिला था। प्रशांत किशोर ने खास तौर पर ऐसे प्रत्याशी चुने हैं, जिनका जनता में परिचय मजबूत है और उन्होंने जातीय समीकरण को भी ध्यान में रखा है।

जानें प्रमुख उम्मीदवार कौन-कौन हैं
जन सुराज पार्टी ने प्रसिद्ध गणितज्ञ केसी सिन्हा को कुम्हरार से टिकट दिया है। यह क्षेत्र कायस्थ जाति की वजह से बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। बीजेपी ने वैश्य और कांग्रेस ने ईबीसी प्रत्याशी मैदान में उतारा है, लेकिन जन सुराज पार्टी कायस्थ वोट बैंक को साधना चाहती है। करगहर से भोजपुरी गायक रितेश पांडेय को उम्मीदवार बनाया गया है जो ब्राह्मण समाज से आते हैं। सहरसा से पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना चुनाव लड़ेंगे।

प्रोफेशनल्स और राजनीतिक वंशजों को मौका
पार्टी ने कई विशेषज्ञ और जाने-माने परिवारों के सदस्यों को टिकट दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी और सुप्रीम कोर्ट की वकील लता सिंह को अस्थवान सीट से मैदान में उतारा गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर मोरवा से चुनाव लड़ रही हैं, जिन्हें ईबीसी वोटरों को आकर्षित करने के लिए प्राथमिकता मिली है। छपरा से पूर्व आईपीएस जयप्रकाश सिंह, मटिहानी से IGIMS के निदेशक डॉ. अरुण कुमार और मुजफ्फरपुर से भौतिक वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार दास भी उम्मीदवार हैं। माझी सीट से वरिष्ठ वकील वाईवी गिरि और भोरे से ट्रांसजेंडर प्रत्याशी भी मैदान में हैं।

जन सुराज पार्टी का लक्ष्य और सामाजिक संतुलन
जन सुराज पार्टी का उद्देश्य राजनीति में नए और प्रतिष्ठित चेहरों को लाना है। 116 उम्मीदवारों में से 31 ईबीसी, 21 ओबीसी और 21 अल्पसंख्यक समाज से आते हैं। कई ऐसे भी हैं जिन्हें अपनी पुरानी पार्टियों से टिकट नहीं मिला था, जैसे कि सरफराज आलम। लोकसभा के पूर्व सदस्य और जोकीहाट से चार बार विधायक रहे आलम ने हाल ही में RJD से इस्तीफा देकर जन सुराज पार्टी का दामन थामा है। वे सीमांचल क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक परिवार से आते हैं।