राजधानी दिल्ली एक बार फिर किसान आंदोलन के कारण सुर्खियों में है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के करीबन 100 गांवों के हजारों किसान कल (गुरुवार) सड़कों पर उतरे और संसद तक मार्च किया और सरकार द्वारा अधिग्रहित भूमि के मुआवजे में बढ़ोतरी और भूखंडों की मांग की। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस बीच दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में यातायात बधित हो गया। भारी तादाद में किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में भारी सुरक्षा तैनात की गई थी।
किसानों ने यूपी के गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालयों के बाहर अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है। पुलिस और जिला प्रशासन के साथ किसानों की बैठक असफल होने के बाद ये निर्णय लिया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि 16 फरवरी को देशभर में चक्का जाम किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कल (गुरुवार) चपरगढ़ पेट्रोल पंप पर एकत्र हुए और जेवर के मेहंदीपुर गांव पहुंचे।
यहां हुई पंचायत में टिकैत ने कहा कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर 16 फरवरी को चक्का जाम किया जाएगा। किसान 14 मार्च को दिल्ली कूच करने वाले हैं। किसान उसके लिए पूरी तैयारी कर लें। आपको हक के लिए लड़ना होगा। किसान कई दिनों से एमएसपी की मांग कर रहे हैं। सरकार किसानों को एमएसपी नहीं देती। हर बार बजट में किसानों को धोखा दिया जाता है।
--Advertisement--