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Up Kiran, Digital Desk: CM योगी की सख्ती के बाद उत्तर प्रदेश में उर्वरकों की अवैध तस्करी और कालाबाजारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। खासकर नेपाल सीमा से सटे जिलों में यूरिया की तस्करी को रोकने के लिए कृषि विभाग ने निगरानी को तेज कर दिया है।
नेपाल की ओर जा रहा है भारतीय किसानों का यूरिया
भारत और नेपाल के बीच यूरिया की कीमत में भारी अंतर तस्करी को बढ़ावा दे रहा है। भारत में 25 किलो यूरिया की बोरी जहां 266 रुपये में उपलब्ध है, वहीं नेपाल में इसकी कीमत 2500 रुपये से भी ज्यादा है। यही कारण है कि सब्सिडी वाले इस उर्वरक की तस्करी का नेटवर्क तेजी से फल-फूल रहा है।
सात सीमावर्ती जिले निगरानी के केंद्र में
सूत्रों के अनुसार, निगरानी का मुख्य फोकस सात सीमावर्ती जिलों—पिलिभीत, बहराइच, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज पर है। इन इलाकों में यूरिया की तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं, यहां तक कि साइकिल के जरिए भी उर्वरक पार कराया जा रहा है।
अब 28 जिलों में होगी कड़ी निगरानी
कृषि विभाग ने निगरानी का दायरा और बढ़ाते हुए अब कुल 28 जिलों में सख्ती के निर्देश दिए हैं। इनमें सहारनपुर, बरेली, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, चंदौली, बांदा और ललितपुर जैसे जिले शामिल हैं। अधिकारियों से कहा गया है कि वो वितरण और खपत की निगरानी करें और किसी भी असामान्य बिक्री को गंभीरता से लें।
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