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Up kiran,Digital Desk : बच्चों के झगड़े में अक्सर बड़े लोग बीच-बचाव करते हैं और मामला सुलझा देते हैं। लेकिन बिहार के बेगूसराय में ठीक इसका उल्टा हुआ। यहाँ बच्चों का एक मामूली सा झगड़ा इतना बड़ा हो गया कि उसने एक 25 साल के नौजवान की जान ले ली, एक पत्नी को विधवा बना दिया और एक 2 साल की बच्ची के सिर से हमेशा के लिए पिता का साया छीन लिया।

यह दिल दहला देने वाली घटना बलिया थाना क्षेत्र के नूरजमापुर गाँव की है। कहानी कुछ यूँ शुरू हुई कि रणवीर कुमार और उसके पड़ोसी नरेश यादव के बच्चों के बीच खेलने के दौरान कोई कहासुनी हो गई।

बच्चों की लड़ाई, बड़ों की जान

यह मामूली सी बात कब बड़ों के अहंकार की लड़ाई बन गई, शायद किसी को पता भी नहीं चला। बात इतनी बढ़ गई कि पड़ोसी नरेश यादव और उसके परिवार वालों ने रणवीर को लाठी-डंडों से घेर लिया और उसे बेरहमी से इतना पीटा कि उसकी जान ही चली गई।

रणवीर, जो सिर्फ़ 25 साल का था, कोई बड़ा आदमी नहीं था। वह बाज़ार में मज़दूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था। दो साल पहले ही उसकी शादी आरती से हुई थी और घर में एक 2 साल की प्यारी सी बेटी लक्ष्मी की किलकारियाँ गूँजती थीं। अब उस घर में सिर्फ़ चीखें और मातम पसरा है।

माँ, बाप, और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

जब बुधवार सुबह इस ख़ूनी खेल का पता चला तो पूरे गाँव में सनसनी फैल गई। रणवीर की पत्नी आरती और उसके माँ-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। उस दो साल की बच्ची को शायद यह भी नहीं पता कि उसके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है।

पुलिस ने मौक़े पर पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सबूत इकट्ठा करने के लिए FSL टीम को भी बुलाया है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।

लेकिन यह घटना पीछे एक बहुत बड़ा सवाल छोड़ गई है - आख़िर हमारा समाज इतना हिंसक क्यों होता जा रहा है कि बच्चों के झगड़े में बड़ों की जानें जाने लगी हैं?