img

Up Kiran, Digital Desk: दिवाली हर साल आती है, लेकिन 2025 की दिवाली कुछ अलग होने वाली है। 71 साल बाद ऐसा अनोखा संयोग बन रहा है जब पांच शुभ ग्रहों की युति दिवाली को और भी खास बनाएगी। अमावस्या की रात बन रहे यह योग सिर्फ दिव्य नहीं, बल्कि भाग्य बदलने वाले हैं।

इन पांच राजयोगों से खुलेंगे किस्मत के द्वार:

हंस योग – बृहस्पति उच्च राशि कर्क में

बुधादित्य योग – सूर्य और बुध की युति

आदित्य मंगल योग – सूर्य और मंगल साथ

कलानिधि योग – चंद्रमा और शुक्र का मेल

सर्वार्थ सिद्धि योग – हर काम में सफलता

1954 के बाद पहली बार एक साथ इतने सारे शुभ योग बन रहे हैं, जिनका असर सभी राशियों पर दिखेगा, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह समय स्वर्णिम रहेगा।

कौन-सी राशियाँ होंगी मालामाल? किसे मिलेगा करियर में उछाल? जानिए राशिफल

मेष राशि – नए काम में सफलता, परिवार से खुशखबरी

मेष राशि वालों के लिए यह दिवाली शानदार होगी। आपके सप्तम भाव में दो बड़े योग बन रहे हैं – बुधादित्य और आदित्य मंगल। इसका मतलब है नया काम शुरू करने या कोई बड़ा फैसला लेने का सही वक्त। आपका आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता चरम पर होगी। परिवार से जुड़ी कोई बड़ी खुशखबरी भी मिल सकती है।

मिथुन राशि – धनवर्षा और पारिवारिक सुख

मिथुन राशि वालों के लिए यह दिवाली धन-दौलत लेकर आएगी। चतुर्थ भाव में चंद्रमा और शुक्र की युति से प्रॉपर्टी, वाहन खरीद, और घरेलू सुख के योग बन रहे हैं। कोई रुका हुआ काम भी अचानक पूरा हो सकता है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा और मन को शांति मिलेगी।

कर्क राशि – करियर में जबरदस्त उछाल

कर्क राशि के जातकों को इस बार बृहस्पति का साथ मिलेगा। हंस योग के कारण आपको करियर में प्रमोशन, सम्मान और नए अवसर मिल सकते हैं। शिक्षा या सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह समय बेहद अनुकूल है। धन लाभ और मान-सम्मान दोनों संभव हैं।

कन्या राशि – रचनात्मक कामों में अपार सफलता

कन्या राशि वालों के लिए यह दिवाली नई रचनात्मक ऊँचाइयाँ लेकर आएगी। कला, मीडिया, लेखन या म्यूजिक से जुड़े लोग बड़ी उपलब्धियाँ पा सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को भी पदोन्नति या सराहना मिल सकती है। चंद्रमा-शुक्र की युति से प्रसिद्धि के योग प्रबल हैं।

मकर राशि – नया घर, गाड़ी और शांति

मकर राशि के लिए यह समय खरीदारी और शांति दोनों का है। आप नया घर या वाहन खरीद सकते हैं। आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा और समाज में आपका सम्मान भी। परिवार में तालमेल रहेगा और मानसिक शांति महसूस होगी।