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एक दौर था जब राजेश खन्ना का नाम ही बॉक्स ऑफिस की गारंटी होता था। फिल्ममेकर उनके साथ काम करने को बेताब रहते थे। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार के तौर पर राजेश खन्ना कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने। उन्हीं से प्रभावित होकर कई युवाओं ने फिल्मों में करियर बनाने का सपना देखा। उन्हीं में से एक थे इरफान खान—एक ऐसा अभिनेता जिनकी आंखें भी संवाद करती थीं और जिनका अभिनय दिलों को छू जाता था।

इरफान खान: एक साधारण शुरुआत, असाधारण मुकाम

इरफान खान ने फिल्मों में वो मुकाम हासिल किया जिसे बिना किसी गॉडफादर या सिफारिश के पाना आसान नहीं होता। उन्होंने अभिनय को सिर्फ कला नहीं, जीवन बना लिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महान अभिनेता का सफर कहां से शुरू हुआ था? एक समय था जब इरफान खान एयर कंडीशनर ठीक किया करते थे।

एसी तकनीशियन से एक्टिंग तक का सफर

जयपुर में तकनीकी शिक्षा हासिल करने के बाद इरफान काम की तलाश में मुंबई पहुंचे थे। वे एक प्रशिक्षित तकनीशियन थे और अलग-अलग घरों में एसी मरम्मत का काम करते थे। इसी दौरान उन्हें राजेश खन्ना के घर जाने का मौका मिला। एक दिन जब वे एसी सुधारने उनके घर पहुंचे, तो उन्होंने खुद को एक ऐसे माहौल में पाया जहां एक सपना जन्म ले रहा था।

नसीरुद्दीन शाह के साथ एक बातचीत में इरफान ने इस अनुभव को साझा करते हुए कहा था, "मैं आज भी उस दिन को याद करता हूं जब मैं उनके घर गया था। दरवाजा किसी नौकरानी ने खोला और पूछा—कौन? मैंने जवाब दिया—एसी वाला। फिर मैं सोचने लगा कि इस काम से बाहर जाकर कुछ बड़ा करना होगा।"

पिता की दुकान से NSD तक की यात्रा

इरफान खान जब जयपुर लौटे तो उनके पिता ने उन्हें एक पंखा ठीक करने वाली दुकान पर काम पर लगवा दिया। उन्हें जल्दी ही एहसास हो गया कि इस पेशे से उनका पेट तो भर सकता है, लेकिन आत्मा नहीं। यहीं से उनके मन में एक कलाकार बनने की इच्छा और मजबूत हुई। उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) जाने का फैसला किया, लेकिन उसी साल उनके पिता का निधन हो गया।

मां की नाराजगी और जीवन की परीक्षा

इरफान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके पिता को कभी उनके एक्टिंग के फैसले से कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन उनकी मां को थी। जब उनकी मां पहली बार ड्रामा स्कूल देखने आईं, तो उन्होंने देखा कि वहां पढ़ाई होती है, लोग सीरियस हैं, लेकिन फिर भी उन्हें यह सब पसंद नहीं आया। बाद में भी जब इरफान घर जाते थे, तो मां उनसे कहती थीं—"कोई और काम क्यों नहीं कर लेते?"

इरफान की विरासत

आज भले ही इरफान खान हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके निभाए किरदार आज भी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में जिंदा हैं। उन्होंने न सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई। 'लाइफ ऑफ पाई', 'जुरासिक वर्ल्ड', 'स्लमडॉग मिलियनेयर' जैसी फिल्मों में उन्होंने अपनी काबिलियत से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी वाहवाही बटोरी।