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Up Kiran, Digital Desk: प्रयागराज की गलियों में पलने वाला एक लड़का, आंखों में सितारों जैसा चमकता सपना और दिल में ढेरों सवाल। अभिनेता बनने की चाह, परिवार की चिंता और अनिश्चितताओं से भरा रास्ता। मगर 22 बरस की मेहनत के बाद वही लड़का आज सिनेमा जगत में "प्रह्लाद चा" नाम से मशहूर है। यह कहानी किसी और की नहीं, अभिनेता फैसल मलिक की है।

पर्दे के पीछे की शुरुआत

1 सितंबर 1980 को जन्मे फैसल ने अपने सपनों को पंख देने के लिए प्रयागराज से मुंबई का रुख किया। "पंचायत" सीरीज के बाद उन्होंने दर्शकों के बीच लोकप्रियता पाई, लेकिन असलियत यह है कि कैमरे के पीछे काम करते हुए उन्होंने लंबा समय गुजारा। कभी असिस्टेंट डायरेक्टर बने, कभी प्रोमो प्रोड्यूसर तो कभी रियलिटी शो और फिल्मों में लाइन प्रोड्यूसर।

संघर्ष की रातें

अपनी यात्रा को याद करते हुए फैसल बताते हैं कि ये जर्नी दो दशक से भी ज्यादा लंबी है। उनकी मानें तो, "पर्दे पर आने से पहले ही मैं लगातार काम करता रहा। लोग अब पहचानते हैं क्योंकि स्क्रीन पर दिखाई देता हूं, लेकिन असल मेहनत पहले से जारी थी। इस दौरान अनगिनत रातें तनाव और मुश्किलों में बीतीं।"

भाई का भरोसा और दोस्तों का सहारा

फैसल का बचपन प्रयागराज में पढ़ाई और नाटकों में भागीदारी करते हुए गुजरा। परिवार को मुंबई भेजने का डर था, मगर बड़े भाई ने उनका हौसला बढ़ाया। भाई और उनके कुछ दोस्त ही थे जिन्होंने उन्हें मुंबई तक पहुंचाया और एक्टिंग स्कूल में दाखिला दिलाया। हालांकि कुछ महीनों में ही पैसों की तंगी ने उन्हें मजबूर किया कि जीवनयापन के लिए अलग काम तलाशें।

एक्टिंग से प्रोडक्शन तक, फिर वापसी

मुंबई की महंगाई ने उन्हें जल्दी समझा दिया कि केवल सपनों से पेट नहीं भरता। उन्होंने मास कम्युनिकेशन में पढ़ाई की, फिल्मों और चैनलों में प्रोडक्शन का काम किया, इंटरनेशनल शो तक का हिस्सा बने। पर एक्टिंग की ओर लौटने की शुरुआत "गैंग्स ऑफ वासेपुर" से हुई। दिलचस्प बात यह रही कि वहां उन्हें अचानक एक किरदार निभाने का मौका मिला और वही उनकी वापसी का पहला कदम बना।

'पंचायत' से नई पहचान

"गैंग्स ऑफ वासेपुर" में छोटा-सा रोल करने के बाद भी फैसल लंबे वक्त तक पर्दे पर नहीं दिखे। लेकिन "पंचायत" ने उनकी किस्मत बदल दी। इस वेब सीरीज के तीन सीजन आ चुके हैं और तीसरे सीजन के लिए उन्हें 2025 में आईफा का बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवॉर्ड मिला।

आगे का सफर

फैसल "फ्रॉड सैयां" (2019), "मस्त में रहने का" (2023), "डेढ़ बीघा जमीन" (2024) और "पड़ गए पंगे" (2024) जैसी फिल्मों में नजर आए। वे "ब्लैक विडोज" और "त्रिभुवन मिश्रा सीए टॉपर" जैसी सीरीज का भी हिस्सा रहे हैं। अब वे मैडॉक फिल्म्स की हॉरर फिल्म "थामा" में नजर आएंगे, जिसमें आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना मुख्य भूमिका निभा रही हैं।

 

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