
Up Kiran, Digital Desk: 22 अगस्त 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सकारात्मक रहने की उम्मीद है। सिंगापुर निफ्टी (SGX Nifty) के रुझानों के अनुसार, भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी का माहौल दिख रहा है। शुक्रवार के ट्रेडिंग सत्र की शुरुआत से पहले, SGX Nifty में मजबूती के संकेत मिल रहे हैं, जो घरेलू शेयर बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। आज के कारोबार में ऑटोमोबाइल, बैंकिंग और दूरसंचार (Telecom) क्षेत्र के शेयरों पर विशेष ध्यान रहने की संभावना है।
SGX Nifty का संकेत और बाजार का रुख:
SGX Nifty भारतीय शेयर बाजार के लिए एक प्रमुख बैरोमीटर के रूप में काम करता है। 22 अगस्त 2025 की सुबह, SGX Nifty में सकारात्मक चाल देखी जा रही है, जो NSE Nifty 50 के लिए ऊपरी चाल का संकेत दे रहा है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों, कॉर्पोरेट आय और स्थिर वैश्विक संकेतों के कारण निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
फोकस में रहने वाले प्रमुख स्टॉक्स:
आज के कारोबार में कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों पर विशेष रूप से नजर रखी जाएगी, जो बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं:
Tata Motors: ऑटोमोबाइल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Tata Motors के शेयरों में आज ऊपरी चाल देखने को मिल सकती है। कंपनी की हालिया बिक्री के आंकड़े, नए इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मॉडल और निर्यात प्रदर्शन निवेशकों को आकर्षित कर सकते हैं।
Mahindra & Mahindra: Tata Motors की तरह, Mahindra & Mahindra के शेयरों पर भी ऑटो सेक्टर के सकारात्मक रुझानों का असर दिख सकता है। नई एसयूवी लॉन्च और ग्रामीण बाजारों में मांग में वृद्धि शेयरों को समर्थन दे सकती है।
Bharti Airtel: दूरसंचार दिग्गज Bharti Airtel आज फोकस में रह सकता है। 5G रोलआउट, ARPU (Average Revenue Per User) में वृद्धि की उम्मीदें और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य शेयरों के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं।
ICICI Bank: बैंकिंग क्षेत्र के प्रमुख शेयरों में से एक, ICICI Bank के शेयरों में परिचालन और तिमाही नतीजों के आधार पर हलचल देखी जा सकती है। संपत्ति की गुणवत्ता (Asset Quality) और ऋण वृद्धि (Loan Growth) पर विश्लेषकों की नजर रहेगी।
Bajaj Group (Bajaj Auto/Bajaj Finance): Bajaj Auto और Bajaj Finance जैसे Bajaj Group के शेयरों पर भी बाजार की नजर रहेगी। ऑटो सेक्टर में Bajaj Auto की बिक्री और NBFC क्षेत्र में Bajaj Finance के वित्तीय प्रदर्शन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
अन्य सेक्टर और कारक:ऑटो और बैंकिंग के अलावा, फार्मास्युटिकल, आईटी और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में भी हलचल देखी जा सकती है। वैश्विक आर्थिक डेटा, कच्चे तेल की कीमतें, और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति जैसे मैक्रो-इकोनॉमिक कारक भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
निवेशकों के लिए सलाह:बाजार विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों को अस्थिरता के इस दौर में अनुसंधान करके और विविध पोर्टफोलियो बनाकर सावधानी से निवेश करना चाहिए। छोटी अवधि में बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है, लेकिन लंबी अवधि के लिए गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में निवेश फायदेमंद साबित हो सकता है।
--Advertisement--