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नई दिल्ली: भारत में सीज़न का मिज़ाज 7 दिन तक काफी उधेड़-खाबड़ रहने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने देशों के कई सिद्धांतों में भीषण लू (हीटवेव) और कुछ राज्यों में तेज तूफान-तूफान और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जहां उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में झुलसने वाली गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में बारिश से राहत तो मिलेगी, लेकिन तूफानी रुख भी दिख सकता है।

उत्तर-पश्चिम भारत: गर्मी के रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी
आईएमडी के अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है।

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-राजस्थान क्षेत्र में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

दिल्ली में शुक्रवार और शनिवार को येलो संभावित जारी है।

अधिकतम न्यूनतम 40 डिग्री के पार, न्यूनतम भी 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।

11 राज्यों में गर्मी की चेतावनी
भीषण लू की चेतावनी इन राज्यों में जारी की गई है:

पूर्वी राजस्थान, यूपी, एमपी, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली

24 से 26 अप्रैल तक बिहार और झारखंड में भी रात का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है।

पूर्वी और प्रारंभिक भारत: बारिश और तूफ़ान का पूर्वानुमान
आईएमडी के अनुसार:

असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में 24 से 26 अप्रैल तक भारी बारिश होगी।

नागालैंड, डेमोक्रेट, मिजोरम, त्रिपुरा में 24 अप्रैल को तेज हवाएं (30-50 किमी/घंटा) और तूफान-तूफान की संभावना है।

दक्षिण भारत में तूफान-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी
केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और तेज़ हवाएँ चलेंगी।

तमिलनाडु, पुडुचेरी, तेलंगाना में अगले 7 दिनों में बिजली गिरने और तूफान की संभावना बनी हुई है।

हिमालयी क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ की भूमिका
जम्मू-कश्मीर, नाइजीरिया, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बिजली, पारा और बर्फबारी हो सकती है।

यह उपकरण पश्चिमी विक्षोभ और पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय गतिशील सिस्टम के कारण हो रहे हैं।

क्या करें, कैसे शिक्षा दें?
 हीटवेव से बचाव के लिए:दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आउट माउंट से माउंट तक।लिबास रंग के रोबोट रोबोट।पानी, नारियल पानी और ऑस्ट्रेलियन रहें।बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान।

बारिश और तूफ़ान से बचाव के लिए:पेड़ के नीचे बिजली चमकाने वाला नहीं।वाहन सुरक्षित स्थान पर।घर की बिजली व्यवस्था की जाँच करें।बारिश में समुद्र तट वाले पहाड़ों से सावधान रहें।