
Up Kiran, Digital Desk: विशाखापत्तनम में GITAM डीम्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने नवाचारी विचारों और रचनात्मकता का प्रदर्शन 'अनवीलिंग इनोवेशन' एक्सपो में किया, जो GITAM फेस्ट 2024 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस प्रदर्शनी में 200 से अधिक अनूठे प्रोजेक्ट्स पेश किए गए, जो रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करते हैं और छात्रों की तकनीकी दक्षता को दर्शाते हैं।
इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य छात्रों में नवाचार की भावना को बढ़ावा देना, उन्हें वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए समाधान खोजने के लिए प्रेरित करना और उनकी प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना था। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को अपनी क्षमताओं को दिखाने का अवसर देता है, बल्कि उन्हें एक साथ मिलकर सोचने और समस्याओं का हल निकालने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
प्रदर्शित परियोजनाओं में से कुछ ने विशेष ध्यान आकर्षित किया। इनमें दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए एक स्मार्ट केन शामिल थी, जो अल्ट्रासोनिक सेंसर, हैप्टिक फीडबैक और आवाज कमांड के माध्यम से उन्हें सुरक्षित रूप से चलने में मदद करती है। एक और उल्लेखनीय प्रोजेक्ट IoT-आधारित स्मार्ट डस्टबिन था, जो कचरे को अलग करता है और डिब्बे के भरने पर अलर्ट भेजता है।
इसके अलावा, अपशिष्ट संग्रह के लिए एक रोबोटिक आर्म, जल रिसाव का पता लगाने और दूर से नियंत्रण करने के लिए स्मार्ट जल निगरानी प्रणाली भी दर्शकों को प्रभावित कर रही थी। कृषि के क्षेत्र में, एक स्मार्ट स्प्रेयर और स्मार्ट सिंचाई प्रणाली ने किसानों के लिए कुशल समाधान प्रस्तुत किए।
अन्य परियोजनाओं में स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन, IoT-आधारित स्वास्थ्य निगरानी, स्वचालित टोल गेट और विभिन्न सुरक्षा प्रणालियाँ शामिल थीं, जो भविष्य की तकनीक और जीवन को आसान बनाने की दिशा में छात्रों के विजन को दर्शाती हैं।
GITAM डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राजा पी. पप्पू ने इस एक्सपो का उद्घाटन किया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की। उनके साथ प्रो-वीसी प्रोफेसर जी. सुब्रमण्यम, रजिस्ट्रार प्रोफेसर बी. रवींद्रनाथ, डीन छात्र मामले डॉ. वी. लक्ष्मण राव और GITAM फेस्ट के संयोजक प्रोफेसर राजा राव भी मौजूद रहे। इस दौरान छात्र, संकाय सदस्य, अभिभावक और आम जनता सभी ने इन नवीन विचारों को उत्सुकता से देखा और सराहा।
यह एक्सपो न केवल छात्रों की तकनीकी कौशल को दर्शाता है, बल्कि समाज के लिए व्यावहारिक समाधान विकसित करने की उनकी क्षमता को भी उजागर करता है। यह ऐसे युवा दिमागों को पोषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो भविष्य में तकनीकी नवाचारों के माध्यम से देश को आगे ले जाएंगे।
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