Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के कपास किसान इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। पहले बेमौसम बारिश ने उनकी तैयार फसल को भिगो दिया और अब सरकारी खरीदी केंद्रों पर 'अत्यधिक नमी' का हवाला देकर उनकी उपज को खरीदने से इनकार किया जा रहा है। किसानों की इसी पीड़ा को आवाज़ देते हुए BRS की वरिष्ठ नेता और MLC के. कविता ने राज्य की नई कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है।
कविता ने सरकार पर किसान-विरोधी और संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नमी का बहाना बनाकर अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रही है और किसानों को निजी व्यापारियों के हाथों लुटने के लिए मजबूर कर रही है।
कविता ने सरकार पर किसान-विरोधी और संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नमी का बहाना बनाकर अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रही है और किसानों को निजी व्यापारियों के हाथों लुटने के लिए मजबूर कर रही है।
क्या बारिश लाना किसान के हाथ में है?
मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए, के. कविता ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब किसान अपनी कपास की उपज को बेचने के लिए खरीदी केंद्रों पर जा रहे हैं, तो अधिकारी नमी की मात्रा ज़्यादा होने की बात कहकर उन्हें वापस भेज रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश के कारण कपास में नमी बढ़ी है, इसमें किसान की क्या ग़लती है? उन्होंने कहा, सरकार को यह समझना चाहिए कि मौसम पर किसान का कोई नियंत्रण नहीं होता। इस मुश्किल घड़ी में किसानों का साथ देने की बजाय, सरकार नमी जैसे नियमों की आड़ लेकर उन्हें परेशान कर रही है।
किसानों को हो रहा है दोहरा नुकसान
कविता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी केंद्रों से निराश होकर, किसान अपनी उपज को औने-पौने दामों में निजी व्यापारियों को बेचने के लिए मजबूर हैं। इससे उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी नहीं मिल पा रहा है और उनकी लागत भी नहीं निकल रही है।
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार के किसान-विरोधी रवैये को साफ दिखाता है।
सरकार से की तत्काल हस्तक्षेप की मांग
BRS नेता ने राज्य सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की।
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