विश्व एक मर्तबा फिर से कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है। चीन में फैल रहे कोरोना वैरिएंट के मरीज भारत में भी मिलने पर काफी हड़कंप मच गया। इसके बाद केंद्र सरकार ने चीन, जापान, हांगकांग, साउथ कोरिया, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों की देश के हर हवाई अड्डे पर जांच (आरटीपीसीआर) शुरू कर दी है। ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि देश में एक मर्तबा फिर से लॉकडाउन लगेगा.
भारत में भी BF.7 वैरिएंट वाले मरीज
सावधानी के लिए भारतीय चिकित्सा संघ ने भी कोरोना नियमों को लेकर एक रेगुलेशन जारी किया है। भारत में भले ही रोजाना मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है, मगर लोगों में अभी भी डर बना हुआ है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर जो मैसेज वायरल हो रहा है, वह हैरान कर देने वाला है। सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी चल रही है कि चीन में तेजी से फैल रहे BF.7 वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए 15 दिन का लॉकडाउन लगाया जाएगा।
देश में 15 दिन का लॉकडाउन?
वायरल संदेश में यह भी कहा गया है कि अगर देश में लॉकडाउन होता है तो स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर 15 दिनों तक बंद रहेंगे. कुछ मीडिया द्वारा भी 15 दिन के लॉकडाउन की इस खबर को चलाए जाने से एक बार फिर लोगों के बीच गरमागरम चर्चा शुरू हो गई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस खबर की गंभीरता को देखते हुए पीआईबी फैक्ट चेक ने पड़ताल शुरू की। वायरल खबर की पड़ताल करते हुए पीआईबी फैक्ट चेक ने बड़ा खुलासा किया है। पीआईबी फैक्ट चेक की पड़ताल में सामने आया है कि सरकार ने लॉकडाउन के साथ-साथ स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का कोई आदेश जारी नहीं किया है।
पीआईबी फैक्ट चेक का बड़ा खुलासा
पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर इस बारे में अहम जानकारी दी है। पीआईबी ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा स्कूल-कॉलेजों को बंद करने और बंद करने का दावा पूरी तरह झूठा है। सोशल मीडिया पर कई खबरें शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि देश में कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन रहेगा और स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. ये सभी दावे झूठे हैं।
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