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Up kiran,Digital Desk : कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया (VI) के निवेशकों के लिए आज का दिन एक नई उम्मीद लेकर आया। टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक बयान के बाद, कंपनी को हजारों करोड़ के सरकारी बकाये (AGR Dues) पर राहत मिलने की उम्मीदें फिर से जाग गई हैं। बस इसी उम्मीद के दम पर, मंगलवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर लगभग 4% उछलकर ₹10.32 पर पहुंच गया। तो आखिर मंत्री जी ने ऐसा क्या कह दिया, जिससे निवेशकों में इतना जोश भर गया? चलिए, समझते हैं।

मंत्री जी ने दिए पॉजिटिव संकेत

टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक इंटरव्यू में जो बातें कहीं, उनसे लग रहा है कि सरकार वोडाफोन आइडिया की मदद करने के मूड में है:

  • सरकार मदद को तैयार, बस एक चिट्ठी का इंतजार: उन्होंने कहा कि सरकार कंपनी से एक औपचारिक अनुरोध (formal request) का इंतजार कर रही है। जैसे ही कंपनी लिखकर देगी, सरकार राहत देने पर विचार करेगी।
  • कानून के दायरे में होगा फैसला: सिंधिया ने यह भी साफ किया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेगी और कानून के दायरे में रहकर ही कोई फैसला लेगी।
  • जल्द हो सकता है फैसला: उन्होंने इशारा दिया कि आने वाले कुछ हफ्तों में AGR बकाये पर क्या राहत दी जा सकती है, इसका फैसला हो सकता है।

आखिर क्या है यह AGR का मामला?

आसान भाषा में, यह सरकार का टेलीकॉम कंपनियों पर बकाया हजारों करोड़ का हिसाब है। वोडाफोन आइडिया पर लगभग 80,000 करोड़ रुपये का AGR बकाया है, जो कंपनी की कमर तोड़ रहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने खोला था रास्ता

पहले सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर बहुत सख्त था। लेकिन पिछले महीने, कोर्ट ने एक बड़ा फैसला देते हुए कहा कि सरकार वोडाफोन आइडिया की याचिका पर फिर से विचार कर सकती है। कोर्ट ने यह भी कहा कि क्योंकि अब खुद सरकार इस कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदार है और इससे 20 करोड़ ग्राहक जुड़े हैं, इसलिए सरकार को कोई उचित निर्णय लेना चाहिए।

कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया कि सरकार चाहे तो सिर्फ ₹9,500 करोड़ के अतिरिक्त बकाये पर या फिर पूरे ₹80,000 करोड़ के बकाये पर राहत देने के लिए स्वतंत्र है।

शेयर ने दिया निवेशकों को हौसला

  • आज: 3.9% बढ़कर ₹10.32 पर पहुंचा।
  • एक महीने में: 6.4% चढ़ा।
  • छह महीनों में: 44.2% की शानदार तेजी।
  • एक साल में: 23% उछला।

शेयर अब अपने 52-हफ्ते के हाई (₹11.08) के बहुत करीब कारोबार कर रहा है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दिखाता है।