img

Up Kiran, Digital Desk: सोशल मीडिया के ज़रिए किसी से दोस्ती करके उसे दोस्ती या प्यार के जाल में फँसाकर पैसे ऐंठने की घटनाएँ आजकल बढ़ रही हैं। ऑनलाइन ठगी के मामले तो बढ़ ही रहे हैं, वहीं एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें मुंबई के एक बुज़ुर्ग व्यक्ति से दोस्ती के नाम पर 9 करोड़ रुपये ठगे गए। इन ऑनलाइन दोस्तों ने उनके दादा से 734 बार में कुल 8.7 करोड़ रुपये ऐंठ लिए। यह मामला 2023 में शुरू हुआ था।

आखिर हुआ क्या था

यह मामला अप्रैल 2023 में शुरू हुआ था। इस बुज़ुर्ग व्यक्ति ने फेसबुक पर शार्वी नाम की एक महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। शुरुआत में तो महिला ने उसका अनुरोध ठुकरा दिया, लेकिन कुछ दिनों बाद उसी महिला ने खुद बुज़ुर्ग व्यक्ति को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई, जो व्हाट्सएप चैट तक पहुँच गई। शार्वी ने अपने बारे में जानकारी देकर बुज़ुर्ग व्यक्ति को जाल में फँसाया। इस युवती ने बताया कि वह तलाकशुदा है और दो बच्चों की माँ है। इतना ही नहीं, वह इस समय कई परेशानियों का सामना कर रही है। कभी बच्चों की बीमारी का बहाना बनाकर तो कभी आर्थिक तंगी का बहाना बनाकर, वह बुज़ुर्ग से बार-बार पैसे मांगती रही और हर बार बुज़ुर्ग ने उसकी मदद की।

कैसे शुरू हुआ यह फर्जीवाड़ा

हालांकि, मामला यहीं नहीं रुका। कुछ समय बाद कविता नाम की एक और महिला भी इसमें शामिल हो गई। उसने बुज़ुर्ग को अश्लील मैसेज भेजे और फिर बीमार बच्चे के इलाज के नाम पर पैसे मांगे। इसके बाद दिनाज नाम की एक महिला सामने आई, जिसने खुद को शार्वी की बहन बताया। उसने कहा कि शार्वी की मौत हो गई है और मरने से पहले उसने अपने अस्पताल के बिल चुकाने की ज़िम्मेदारी बुज़ुर्ग को सौंप दी थी।

दिनाज ने वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट भेजकर बुज़ुर्ग को मना लिया और उससे पैसे ऐंठ लिए। जब बुज़ुर्ग ने पैसे वापस मांगे, तो उसने आत्महत्या करने की धमकी दी। इसके बाद जैस्मीन नाम की एक महिला सामने आई, जिसने खुद को दिनाज की दोस्त बताया और मदद की गुहार लगाई।

इस बुज़ुर्ग ने भी उसे पैसे भेजे। एक के बाद एक नई लड़कियाँ आती रहीं और बुज़ुर्ग ठगी के जाल में फँसता गया। इस दौरान 734 बार 8.7 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। जीवन भर की कमाई गंवाने के बाद, उन्होंने अपनी बहू से 2 लाख रुपये उधार लिए और बेटे से 5 लाख रुपये मांगे। तभी बेटे को शक हुआ और उसे पूरे मामले की सच्चाई पता चली।

सच सामने आने के बाद बुजुर्ग को इतना सदमा लगा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 22 जुलाई को बुजुर्ग ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत की। इसके बाद 6 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

--Advertisement--