_1217362790.png)
Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर तैयार हुआ गाज़ा शांति समझौता अब खतरे में दिख रहा है। फ़िलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इस योजना को लेकर नाराज़गी जताई है और समझौते में शामिल होने से मना कर दिया है। संगठन का कहना है कि इस योजना में कई "जटिलताएं और गंभीर समस्याएं" हैं, जिनके चलते वे दूसरे चरण की बातचीत में हिस्सा नहीं लेंगे।
"ज़मीन से निकालने की बात बेतुकी" - हमास
हमास के राजनीतिक ब्यूरो सदस्य होसम बदरान ने कहा कि ट्रंप की योजना फिलिस्तीनियों को उनकी ही जमीन से बेदखल करने की कोशिश है, जो कि पूरी तरह "नाजायज़ और हास्यास्पद" है।
"चाहे कोई हमास का हो या नहीं, किसी भी फिलिस्तीनी को उसकी जमीन से हटाना बेतुकी बात है," – बदरान ने AFP को बताया।
उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि अगर इजराइल ने दुश्मनी फिर से शुरू की, तो हमास पूरी ताकत से जवाब देगा।
मध्य पूर्व का दौरा कर सकते हैं ट्रंप
ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने इजराइल और हमास के बीच समझौता करवाया है। उनका कहना है कि वे जल्द ही मध्य पूर्व का दौरा भी कर सकते हैं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा:
"हम वहाँ जाने की कोशिश करेंगे।"
इस शांति समझौते के तहत:
इजराइल अपनी जेलों में बंद सभी 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
बदले में हमास अपने कब्जे में मौजूद 48 इजराइली बंधकों को सौंपेगा।