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Up Kiran, Digital Desk: देश और दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए आस्था के सबसे बड़े पर्व, हरिद्वार अर्ध कुंभ 2027, का बिगुल बज चुका ਹੈ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस महापर्व के तीन सबसे महत्वपूर्ण शाही स्नानों की तिथियों की आधिकारिक घोषणा कर दी ਹੈ, जिसके साथ ही मेले की तैयारियां भी तेज हो गई हैं।

यह घोषणा हरिद्वार के कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद की गई। इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

कब-कब होंगे शाही स्नान?

शाही स्नान कुंभ का सबसे प्रमुख और आकर्षण का केंद्र होता है, जिसमें सभी 13 अखाड़ों के संत-महात्मा अपनी पूरी शान-शौकत के साथ पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं। 2027 के अर्ध कुंभ में तीन शाही स्नान होंगे:

पहला शाही स्नान: 6 मार्च 2027 (शनिवार) - हाशिवरात्रि के पावन अवसर पर।

दूसरा शाही स्नान: 5 अप्रैल 2027 (सोमवार) - सोमवती अमावस्या के दुर्लभ संयोग पर।

तीसरा शाही स्नान: 14 अप्रैल 2027 (बुधवार) - बैसाखी (मेष संक्रांति) के मुख्य पर्व पर।

तैयारियों को लेकर सरकार से अपील

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने बताया कि इन तारीखों की घोषणा इसलिए की गई ताकि राज्य सरकार और मेला प्रशासन समय रहते सभी तैयारियों को पूरा कर सकें। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि 2021 के महाकुंभ के दौरान शुरू हुए जो भी काम अधूरे रह गए थे, 

उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि अखाड़ों के लिए स्थायी भूमि और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, ताकि देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं और साधु-संतों को कोई असुविधा न हो।