Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान जारी है, और दोपहर 3 बजे तक राज्य में 60.40 प्रतिशत मतदान हो चुका है। यह अंतिम चरण राज्य के 122 निर्वाचन क्षेत्रों में हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के कई मंत्रियों और 1,302 उम्मीदवारों का भविष्य दांव पर है।
किशनगंज में सबसे ज्यादा मतदान, नवादा में सबसे कम
किशनगंज जिले में अब तक सबसे ज्यादा 66.10 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि नवादा में 53.17 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस बार राज्य में कुल 3.7 करोड़ मतदाता वोट डालने के योग्य हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक चलेगा।
नेपाल सीमा से सटे जिले भी चुनावी जंग में शामिल
बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे जिले, जो नेपाल सीमा से सटे हुए हैं, में मतदान चल रहा है। इन जिलों की नतीजे बिहार की राजनीतिक तस्वीर को आकार देंगे।
पिछले चुनाव में क्या हुआ था?
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सत्ता में बने रहने के लिए भारी जीत हासिल की थी। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 74 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने 43 सीटों पर कब्जा किया था। एनडीए के छोटे सहयोगियों, जैसे विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी सफलता पाई थी। विपक्षी महागठबंधन, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मुख्य था, ने कड़ी टक्कर दी थी और लगभग 110 सीटें हासिल की थीं।
2015 में नीतीश कुमार की महागठबंधन से जीत
2015 में हुए विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के एनडीए को हराया था। राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन में जीत हासिल की थी और 178 सीटों पर कब्जा किया था। इस चुनाव में महागठबंधन की बढ़त ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित किया था, हालांकि, उन्होंने बाद में एनडीए में शामिल होकर फिर से सत्ता संभाली थी।
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