
Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण कन्नड़ ज़िले में कई हिंदू संगठनों और कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और विभिन्न मामलों में उनके खिलाफ एकतरफा कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इन संगठनों के नेताओं ने दावा किया है कि सांप्रदायिक या अन्य संवेदनशील मामलों में केवल हिंदू कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के खिलाफ ही मुकदमे (FIRs) दर्ज किए जा रहे हैं, जबकि अन्य समुदायों से जुड़े मामलों में वैसी तत्परता और सख्ती नहीं दिखाई जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस का यह रवैया भेदभावपूर्ण है और इससे ज़िले में एक समुदाय विशेष के लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
हिंदू संगठनों ने कहा कि वे क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाए रखने के पक्षधर हैं, लेकिन प्रशासन की यह 'लक्षित कार्रवाई' निष्पक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन करती है। उन्होंने मांग की कि पुलिस को सभी मामलों में निष्पक्षता से काम लेना चाहिए और राजनीतिक या अन्य दबावों के आगे झुककर केवल एक पक्ष के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर पुलिस और प्रशासन का यह कथित भेदभावपूर्ण रवैया नहीं बदला तो वे इस मुद्दे को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। यह आरोप ज़िले में कानून-व्यवस्था और प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हैं।
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