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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के 'हिटमैन' रोहित शर्मा, जिन्हें अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, उन्होंने हाल ही में क्रिकेट जगत को चौंकाते हुए पहले टी20 और फिर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। टी20 विश्व कप 2024 में भारत को ऐतिहासिक खिताब जिताने के बाद उन्होंने सबसे छोटे प्रारूप को अलविदा कहा, जिसके बाद इंग्लैंड के विरुद्ध पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से ठीक पहले उन्होंने लाल गेंद के क्रिकेट से भी अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। रोहित के इस फैसले ने उनके शानदार करियर को एक नए मोड़ पर ला खड़ा किया है, मगर इन सबके बीच उनके पिता के साथ उनके खेल के प्रति एक गहरा और अनूठा रिश्ता सामने आया है।
रोहित शर्मा ने अपने करियर में अनगिनत रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। एकदिवसीय क्रिकेट में उनके नाम सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर (264 रन, श्रीलंका के विरुद्ध कोलकाता के ईडन गार्डन्स में) का विश्व रिकॉर्ड है, जो उनकी विध्वंसक बल्लेबाजी का प्रमाण है। हालांकि, हाल ही में चेतेश्वर पुजारा की पत्नी पूजा पुजारा की किताब 'द डायरी ऑफ अ क्रिकेटर वाइफ' के विमोचन के अवसर पर रोहित ने एक दिलचस्प खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जिस दिन उन्होंने 264 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी, उस दिन उनके पिता के चेहरे पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं थी।
रोहित ने भावुक होकर बताया कि मुझे आज भी वह दिन याद है जब मैंने वनडे में 264 रन बनाए थे। वह कह रहे थे, ठीक है, अच्छा खेला। बहुत बढ़िया। उनमें कोई उत्साह नहीं था। मैदान पर उतरना और यह सब करना महत्वपूर्ण है।
इसके विपरीत, लाल गेंद के क्रिकेट में उनके पिता की प्रतिक्रिया बिल्कुल अलग होती थी। रोहित ने आगे कहा, "मगर अगर मैं टेस्ट क्रिकेट में 30, 40, 50 या 60 रन भी बनाता था तो वह मुझसे इस बारे में विस्तार से बात करते थे। इसलिए खेल के प्रति उनका प्यार कुछ ऐसा ही था। और उन्होंने स्पष्ट रूप से आपको रैंक में ऊपर जाते देखा है।" यह टिप्पणी दर्शाती है कि उनके पिता की नज़र में टेस्ट क्रिकेट का महत्व कहीं अधिक था, और शायद यही कारण था कि रोहित के हर छोटे टेस्ट योगदान को भी वह बड़े उत्साह से देखते थे।
टेस्ट संन्यास पर पिता की प्रतिक्रिया: निराशा और खुशी का मिलाजुला भाव
रोहित ने 67 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा के बाद, रोहित ने बताया कि उनके पिता की प्रतिक्रिया कैसी थी।
हिटमैन ने कहा कि मेरे पिता ने मुझे लाल गेंद से काफी क्रिकेट खेलते देखा है। इसलिए वह लाल गेंद से क्रिकेट की काफी सराहना करते हैं। और फिर, जाहिर है, जब मैंने संन्यास की घोषणा की तो वह थोड़े निराश हुए। मगर साथ ही खुश भी थे।
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