img

Up Kiran, Digital Desk: राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर, जब पूरा देश हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को याद कर रहा है, हॉकी इंडिया ने खेल और खिलाड़ियों को एक ऐसा 'डिजिटल तोहफा' दिया है, जो भारतीय हॉकी की तस्वीर बदलने का दम रखता है।

यह सिर्फ छोटे-मोटे बदलाव नहीं, बल्कि खेल को चलाने के तरीके में एक बड़ा तकनीकी है। हॉकी इंडिया ने कागजी झंझट को खत्म करते हुए और सिस्टम में पूरी पारदर्शिता लाते हुए कुछ ऐसे भविष्य के सुधारों (e-reforms) की घोषणा की है, जिनका सीधा फायदा जमीनी स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के हर खिलाड़ी को मिलेगा।

आइए जानते हैं उन बड़े बदलावों के बारे में जो हर खिलाड़ी की जिंदगी को आसान बनाने वाले हैं:

1. हर खिलाड़ी का अपना 'हॉकी आधार कार्ड'!

अब खिलाड़ियों को रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के लिए कागजों के बंडल लेकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हॉकी इंडिया ने हर खिलाड़ी के लिए डिजिटल आईडी कार्ड लॉन्च किया है। यह बिल्कुल आधार कार्ड मॉडल की तरह काम करेगा।

क्या होगा फायदा? खिलाड़ी सीधे हॉकी इंडिया पोर्टल से अपना डिजिटल आईडी कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। इससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया तेज और पूरी तरह पारदर्शी हो जाएगी और किसी भी तरह की धोखाधड़ी की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।

2. सारे सर्टिफिकेट्स अब एक क्लिक पर DigiLocker में

किसी भी खिलाड़ी के लिए उसके सर्टिफिकेट्स उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। अब उन्हें खोने का डर हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। हॉकी इंडिया ने खुद को पूरी तरह से DigiLocker से जोड़ लिया है।

क्या होगा फायदा? अब खिलाड़ी अपने पिछले 5 सालों तक के सभी नेशनल चैंपियनशिप के सर्टिफिकेट्स को सीधे अपने DigiLocker से एक्सेस कर सकेंगे। इससे उन्हें कॉलेज में एडमिशन लेने, नौकरी के लिए अप्लाई करने या कहीं भी अपने रिकॉर्ड्स दिखाने में बेहद आसानी होगी।

3. खिलाड़ी की हर धड़कन पर नजर: आ गया AMS

यह सबसे क्रांतिकारी कदम है। हॉकी इंडिया ने एथलीट मैनेजमेंट सिस्टम (AMS) नाम का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह एक ऐसा सिस्टम है जो हर उम्र के खिलाड़ी के विकास और प्रदर्शन पर नजर रखेगा।

यह कैसे काम करेगा .स्मार्ट टेक्नोलॉजी: इसे खिलाड़ियों द्वारा पहने जाने वाले गैजेट्स (wearable technology) से जोड़ा जाएगा, जिससे उनके प्रदर्शन का सटीक डेटा मिलेगा (जैसे वो कितना दौड़े, कितनी रफ्तार थी) चोट से बचाव: यह सिस्टम खिलाड़ी की सेहत और चोट पर भी नजर रखेगा, जिससे उन्हें गंभीर चोटों से बचाने में मदद मिलेगी डिजिटल कुंडली: खिलाड़ी की ट्रेनिंग का शेड्यूल, टूर्नामेंट का डेटा और प्रदर्शन का पूरा रिकॉर्ड एक ही जगह पर सुरक्षित रहेगा।

राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर लिए गए यह फैसले दिखाते हैं कि हॉकी इंडिया अब सिर्फ मैदान पर गोल दागने पर ही नहीं, बल्कि मैदान के बाहर भी अपने खिलाड़ियों को वर्ल्ड-класс सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।