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Up Kiran, Digital Desk: यह कहानी किसी हॉलीवुड फ़िल्म से कम नहीं है! आज के दौर में, जब 60 की उम्र में भी लोग किसी सर्जरी से डरते हैं, तब भारत से हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी (Hip Replacement Surgery) से जुड़ी एक बहुत ही प्रेरणादायक ख़बर सामने आई है। 105 साल की एक बुजुर्ग महिला ने सफलतापूर्वक हिप रिप्लेसमेंट की सर्जरी कराई, और उससे भी बड़ी बात यह है कि ऑपरेशन के सिर्फ 24 घंटे (24 Hours) बाद ही वो खुद से चलने (Walks) लगीं!

विज्ञान ने साबित की अपनी ताकत: अक्सर ऐसा माना जाता है कि ज़्यादा उम्र के पेशेंट्स में किसी भी बड़ी सर्जरी, खासकर हड्डी से जुड़ी सर्जरी का जोखिम ज़्यादा होता है और रिकवरी (Recovery) में महीनों लग जाते हैं। 105 साल की महिला को हिप यानी कूल्हे की हड्डी बदलने की ज़रूरत थी। लेकिन, डॉक्टरों की एडवांस्ड तकनीक (Advanced Technique) और महिला के मज़बूत आत्मविश्वास (Confidence) ने रिकवरी को कल्पना से भी तेज़ बना दिया।

डॉक्टरों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस उम्र में इतना तेज़ चलना दिखाता है कि मॉडर्न मेडिकल साइंस कितनी तेज़ी से आगे बढ़ चुका है। 'मिनीमली इनवेसिव' (Minimally Invasive) तकनीकों का इस्तेमाल करने से चीरा (Incision) बहुत छोटा लगता है, खून का बहाव कम होता है, और शरीर के बाकी हिस्सों को कम नुकसान पहुँचता है—जिससे बुजुर्गों (Elders) की रिकवरी अविश्वसनीय रूप से तेज़ हो जाती है।

पूरे देश को प्रेरणा का संदेश: यह ख़बर न केवल डॉक्टरों के लिए रिकॉर्ड बनाने जैसी है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति को एक बहुत बड़ा प्रेरणा संदेश देती है जो उम्र के डर से अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ करते हैं।

डॉक्टरों ने इस पूरी सफलता का श्रेय बुजुर्ग महिला की जीवटता और उनके परिवार के सहयोग को दिया है, जो उन्हें इस कठिन दौर से गुज़रने के लिए प्रेरित करता रहा। यह साफ है कि आने वाले समय में हिप रिप्लेसमेंट जैसी सर्जरी बुजुर्ग पेशेंट्स के लिए और भी ज़्यादा आसान होने वाली है।