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Up Kiran, Digital Desk: भारत सोने का दीवाना है, यह पूरी दुनिया जानती है। लेकिन हमारी इसी दीवानगी की एक स्याह हकीकत है - सोने की तस्करी। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में हर साल लगभग 300 टन सोना गैर-कानूनी तरीके से, यानी तस्करी के जरिए लाया जाता है। यह आंकड़ा देश में आने वाले कुल सोने का लगभग 30% है।

अब सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़े पैमाने पर तस्करी होती क्यों है और इसे रोका कैसे जा सकता है? इस पर IIM अहमदाबाद के प्रोफेसर अरविंद सहाय ने एक बहुत ही सरल और असरदार समाधान बताया है, जो न सिर्फ तस्करी को खत्म कर सकता है, बल्कि आम भारतीय खरीदारों के लिए सोने को सस्ता भी बना सकता है।

तस्करी की असली जड़: भारी-भरकम टैक्स

प्रोफेसर सहाय के अनुसार, भारत में सोने की तस्करी की सबसे बड़ी वजह है इस पर लगने वाला भारी-भरकम टैक्स या इंपोर्ट ड्यूटी। वर्तमान में, भारत में सोने पर लगभग 15% का आयात शुल्क लगता है। इसी टैक्स की वजह से भारत में सोने का आधिकारिक दाम, दुबई या सिंगापुर जैसे देशों से काफी ज़्यादा हो जाता है। तस्कर इसी कीमत के अंतर का फायदा उठाकर मुनाफा कमाते हैं।

तो क्या है इसका समाधान:प्रोफेसर सहाय का सुझाव बहुत सीधा है: सोने पर लगने वाले टैक्स को 15% से घटाकर सिर्फ 5% कर दिया जाए।

क्या इससे सरकार को नुकसान नहीं होगा?

पहली नज़र में यह सुनने में लग सकता है कि टैक्स घटाने से सरकार की कमाई कम हो जाएगी, लेकिन गणित कुछ और ही कहता है। प्रोफेसर सहाय समझाते हैं:

अभी का गणित: मान लीजिए, 700 टन सोना कानूनी रास्ते से आता है, जिस पर सरकार को 15% टैक्स मिलता है। वहीं, 300 टन सोना तस्करी से आता है, जिस पर सरकार को शून्य (0%) टैक्स मिलता है।

टैक्स घटाने के बाद का गणित: अगर टैक्स घटाकर 5% कर दिया जाता है, तो तस्करों के लिए मुनाफे का मार्जिन लगभग खत्म हो जाएगा और तस्करी घाटे का सौदा बन जाएगी। ऐसे में, जो 300 टन सोना तस्करी से आ रहा था, वह भी कानूनी रास्ते से आएगा।

फायदा कहां है? अब सरकार को उस 300 टन सोने पर भी 5% टैक्स मिलेगा, जो पहले शून्य था। यह नई कमाई, 700 टन सोने पर घटे हुए टैक्स से होने वाले नुकसान की भरपाई कर सकती है और शायद कुल टैक्स कलेक्शन को बढ़ा भी सकती है।

आम खरीदार को मिलेगा बड़ा फायदा

अगर सरकार यह कदम उठाती है, तो इसका सीधा फायदा आम जनता को मिलेगा। टैक्स कम होने से भारत में सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के करीब आ जाएंगी, यानी सोना खरीदना पहले से सस्ता हो जाएगा।

एक और बड़ा सुझाव: खरीदने में करें मोलभाव

प्रोफेसर सहाय एक और महत्वपूर्ण बात कहते हैं। भारत दुनिया में सोने के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है। हमें अपनी इस ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए। जैसे भारत सरकार कच्चा तेल खरीदते समय दूसरे देशों से मोलभाव करके बेहतर कीमतें हासिल करती है, ठीक उसी तरह हमें सोने के सप्लायर्स के साथ भी मोलभाव करके बेहतर दाम पर सोना खरीदना चाहिए।