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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर कन्नड़ जिले के कुमटा तालुक की रामतीर्थ पहाड़ियों में स्थित गोकर्ण की एक गुफा में रूसी नागरिक नीना कुटिना उर्फ मोही के पाए जाने की खबर ने पूरे देश को चौंका दिया है। अब पुलिस इस मामले से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है। 40 वर्षीय नीना 2016 में भारत में व्यवसायिक वीजा पर आई थी। हालांकि 2017 में उसका वीजा समाप्त हो गया, लेकिन वह रूस वापस नहीं गई। बाद में एग्जिट परमिट मिलने पर वह थोड़े समय के लिए नेपाल गई, मगर भारतीय आध्यात्मिकता और हिंदू धर्म से प्रभावित होकर गोवा होते हुए गोकर्ण लौट आई।

अब नीना और उसकी दो बेटियों को रूस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, हालांकि नीना भारत छोड़ने को तैयार नहीं है। इस पूरे मामले में पुलिस के सामने कई अनुत्तरित सवाल हैं—जैसे लॉकडाउन के दौरान वह कहां रही? उसकी दोनों बेटियां कहां और कैसे पैदा हुईं? उनके पिता कौन हैं? अगर उनका जन्म भारत में हुआ तो किस अस्पताल में हुआ? पुलिस के मुताबिक वह किसी अस्पताल में भर्ती नहीं हुई थी। इसके अलावा, क्या उसने कोविड वैक्सीन ली थी—इसका भी कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला है।

फिलहाल पुलिस का कहना है कि नीना की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है। हैरान करने वाली एक और बात यह है कि गुफा से खाने-पीने के सामान का काफी स्टॉक मिला है। वह लकड़ियों से खाना बनाती थी, दिन की शुरुआत योग से करती थी, और उसकी दिनचर्या में मंत्रोच्चारण, चित्रकारी और भजन-गायन शामिल थे।

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