Up Kiran, Digital Desk: हैदराबाद की सियासत में जुबली हिल्स विधानसभा सीट एक ऐसी 'हॉट सीट' बन गई है, जहाँ AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) ने जीत का परचम लहराने के लिए अपनी पूरी फ़ौज उतार दी है। पार्टी के बड़े से बड़े नेता अब बंद कमरों से निकलकर सीधे सड़कों पर उतर आए हैं और अपने उम्मीदवार के लिए माहौल बनाने में जुट गए हैं।
इस चुनावी अभियान की कमान ख़ुद पार्टी के सबसे आक्रामक और कद्दावर नेता, अकबरुद्दीन ओवैसी ने संभाल ली वह अपने उम्मीदवार मोहम्मद राशिद फराजुद्दीन को जिताने के लिए गली-गली घूम रहे हैं और घर-घर जाकर लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं।
क्या है AIMIM का 'मास्टरप्लान'?
AIMIM इस बार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी ने एक बहुत ही सोची-समझी रणनीति बनाई
- बड़े चेहरों को उतारा मैदान में: अकबरुद्दीन ओवैसी जैसे बड़े नेता का ख़ुद प्रचार में उतरना यह दिखाता है कि यह सीट पार्टी के लिए कितनी अहमियत रखती है। उनके साथ-साथ पार्टी के दूसरे बड़े नेता और मौजूदा विधायक भी इस अभियान में शामिल हो गए हैं।
- घर-घर जाकर सीधी बात: पार्टी के नेता बड़ी-बड़ी रैलियों के साथ-साथ, घर-घर जाकर लोगों से सीधे जुड़ रहे वे लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उन्हें यह भरोसा दिला रहे हैं कि उनका उम्मीदवार ही असली विकास करेगा।
- नुक्कड़ सभाओं पर ज़ोर: शेखपेट, टोलीचौकी और ओयू कॉलोनी जैसे इलाकों में हर शाम नुक्कड़ सभाएं की जा रही हैं, जहाँ पार्टी के नेता सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं और मौजूदा विधायक पर विकास न करने के आरोप लगा रहे
निशाने पर कौन?
AIMIM का पूरा प्रचार अभियान मौजूदा विधायक की 'नाकामियों' और इलाके में विकास की कमी के इर्द-गिर्द घूम रहा है। पार्टी का कहना कि जुबली हिल्स में बहुत कुछ किया जा सकता था, लेकिन पिछले सालों में यहाँ कोई ख़ास काम नहीं हुआ।
अकबरुद्दीन ओवैसी के मैदान में उतरने से जुबली हिल्स का चुनावी मुक़ाबला अब और भी ज़्यादा दिलचस्प और कड़ा हो गया ਹੈ। यह देखना मज़ेदार होगा कि AIMIM की यह ज़ोरदार मेहनत क्या रंग लाती है।
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