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आईपीएल 2025 के शुरुआती दिनों में जिस खिलाड़ी की सबसे ज्यादा चर्चा थी, वो थे शार्दुल ठाकुर। वजह भी साफ थी—नीलामी में अनसोल्ड रहने के बावजूद उन्होंने जबरदस्त वापसी की और आते ही धमाल मचाया। लेकिन अब वही शार्दुल ठाकुर सुर्खियों में हैं अपनी खराब फॉर्म को लेकर। जिस गेंदबाज ने पहले कुछ मैचों में विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान कर रखा था, वही अब बल्लेबाजों के लिए आसान टारगेट बनते जा रहे हैं।

मोहसिन खान के रिप्लेसमेंट के तौर पर आए थे शार्दुल

आईपीएल 2025 की नीलामी में शार्दुल ठाकुर को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। इस फैसले पर कई क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस हैरान रह गए थे। बार-बार उनका नाम बुलाया गया, लेकिन किसी फ्रेंचाइजी ने उन पर भरोसा नहीं जताया। हालांकि, किस्मत ने पलटी मारी जब लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज मोहसिन खान चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। ऐसे में शार्दुल को बतौर रिप्लेसमेंट टीम में जगह मिली।

उन्होंने आते ही दिखा दिया कि उन्हें नजरअंदाज करना गलती थी। शुरुआती चार मुकाबलों में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पावरप्ले में 5 विकेट चटकाए। टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई और मैच का रुख पलटने में अहम भूमिका निभाई।

पहले कमाल, अब सवाल

लेकिन क्रिकेट में फॉर्म स्थायी नहीं होती। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, शार्दुल का असर कम होता चला गया। पिछले पांच मुकाबलों में वे पावरप्ले में एक भी विकेट नहीं निकाल सके हैं और उनकी इकॉनमी रेट 11.88 तक पहुंच गई है। शुरुआती जो धार उनकी गेंदबाजी में नजर आ रही थी, अब कहीं खो सी गई है।

टी-20 जैसे तेज़ फॉर्मेट में जब गेंदबाज लगातार रन लुटाने लगें और विकेट भी न निकाल सकें, तो यह किसी भी टीम के लिए बड़ी चिंता बन जाता है। LSG के लिए भी यही हो रहा है। शार्दुल की गिरती फॉर्म टीम के प्रदर्शन पर असर डाल रही है, और यह साफ देखा जा सकता है कि उनकी गैर-प्रभावशाली गेंदबाजी ने मैच का रुख कई बार बदल दिया है—वो भी विरोधी टीम के पक्ष में।

अब तक कैसा रहा प्रदर्शन

अब तक आईपीएल 2025 में शार्दुल ठाकुर ने 9 मैच खेले हैं और सिर्फ 5 विकेट हासिल कर पाए हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि उन्होंने ना सिर्फ विकेट लेने की क्षमता खोई है, बल्कि वह काफी महंगे भी साबित हो रहे हैं। उनका कंट्रोल, जो शुरू में उनकी ताकत था, अब लड़खड़ाता दिख रहा है।

आईपीएल अब उस स्टेज पर पहुंच चुका है जहां हर मैच प्लेऑफ की दिशा तय कर सकता है। ऐसे में एक सीनियर गेंदबाज से उम्मीद की जाती है कि वो टीम को आगे ले जाए, ना कि दबाव बढ़ाए। LSG के लिए अब समय आ गया है कि वे शार्दुल के रोल को दोबारा परिभाषित करें या फिर किसी और गेंदबाज को मौका दें जो वर्तमान में बेहतर लय में हो।