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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका और रूस के शीर्ष नेताओं के बीच हुई हालिया मुलाकात ने यूक्रेन में जारी युद्ध के समाधान को लेकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। शुक्रवार को अलास्का में हुई ऐतिहासिक बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस वार्ता में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिए कि अगर 2022 में अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ड ट्रंप होते, तो शायद यूक्रेन युद्ध शुरू ही नहीं होता।

गौरतलब है कि यह मुलाकात अमेरिका में ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद पहली बार हुई, और इसमें युद्धविराम की संभावनाओं पर करीब ढाई घंटे तक गंभीर चर्चा हुई। हालांकि, किसी ठोस समझौते पर दोनों नेता नहीं पहुंचे, लेकिन बातचीत को ‘सार्थक’ बताया गया।

पुतिन ने प्रेस वार्ता में सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने पूर्व अमेरिकी प्रशासन से युद्ध के हालात न बनने देने की अपील की थी। उनके अनुसार, उन्होंने उस वक्त साफ तौर पर चेताया था कि अगर हालात को संभाला नहीं गया, तो यह एक बड़ी भूल साबित होगी।

ट्रंप भी कई बार यह दावा कर चुके हैं कि अगर वे राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन पर हमला कभी नहीं होता। अब राष्ट्रपति पद पर वापसी के बाद वे लगातार युद्ध रोकने के प्रयासों में लगे हुए हैं, जिससे न केवल वैश्विक तनाव कम हो, बल्कि आम नागरिकों पर पड़ रहे प्रभाव को भी रोका जा सके।

इस बैठक की एक खास बात यह रही कि यह 2021 के बाद अमेरिका और रूस के राष्ट्रपतियों की पहली आमने-सामने मुलाकात थी, जब पुतिन और बाइडेन ने जिनेवा में बातचीत की थी। हालांकि, मौजूदा बातचीत से कोई ठोस समझौता नहीं निकला, लेकिन यह जरूर स्पष्ट हुआ कि दोनों नेता आगे संवाद जारी रखने के इच्छुक हैं।

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