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Up Kiran, Digital Desk: भारत और अमेरिका आज नई दिल्ली में द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर एक दिवसीय वार्ता करेंगे। यह बातचीत ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका ने हाल ही में भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव गहरा गया।

वार्ता का नेतृत्व अमेरिकी पक्ष से दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच करेंगे। भारत की ओर से वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विशेष सचिव राजेश अग्रवाल इस बैठक का नेतृत्व करेंगे।

भारत और अमेरिका के बीच अब तक पांच दौर की व्यापार वार्ता हो चुकी है। छठा दौर, जो 25-29 अगस्त के बीच होना था, अमेरिकी निर्णय के बाद स्थगित कर दिया गया था। अमेरिकी प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर ऊंचा टैरिफ लगाने से द्विपक्षीय संबंधों में ठंडक आ गई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों का स्वागत करते हुए कहा था कि चल रही वार्ता दोनों देशों के बीच विशाल संभावनाओं का रास्ता खोल सकती है। यह भी उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने कुछ ही दिन पहले मोदी की प्रशंसा करते हुए संबंधों को मज़बूत करने की बात कही थी, जिस पर मोदी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।

व्यापार तनाव और रूसी तेल मुद्दा

ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसमें रूस से तेल आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क भी शामिल है। यह कदम वैश्विक स्तर पर किसी भी देश पर लगाए गए सबसे अधिक शुल्कों में से एक माना जा रहा है।

भारत ने इस कदम का विरोध करते हुए उसे अन्यायपूर्ण और अनुचित बताया है। साथ ही भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद का बचाव करते हुए कहा कि उसकी ऊर्जा नीति हमेशा राष्ट्रीय हित और बाजार की ज़रूरतों से प्रेरित रही है।

भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल का कहना है कि यह बैठक छठे दौर की औपचारिक वार्ता नहीं होगी, बल्कि यह समझने की कोशिश होगी कि दोनों देश किसी साझा समझ पर कैसे पहुँच सकते हैं।