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Up Kiran , Digital Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच की परिस्थितियाँ कभी भी तनावपूर्ण होती रही हैं लेकिन हाल ही में एक और बड़ा मोड़ आया है जिसने दोनों देशों के नागरिकों और पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। 22 अप्रैल को भारत द्वारा पहलगाम में किए गए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी शिविरों को नष्ट करने के लिए 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" को अंजाम दिया। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान में गुस्सा और हताशा फैल गई और दोनों देशों के बीच की स्थिति युद्ध जैसी हो गई। लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर यह युद्ध वास्तव में छिड़ जाता है तो इसके क्या परिणाम होंगे। क्या इस युद्ध का असर सिर्फ सरकारों तक सीमित रहेगा या इसका सीधा प्रभाव आम नागरिकों पर भी पड़ेगा।

दोनों देशों के लिए युद्ध किसी भी हालत में आसान नहीं होगा खासकर उनके नागरिकों के लिए। विशेषज्ञों का कहना है कि युद्ध की स्थिति में न केवल सरकारों को भारी आर्थिक नुकसान होगा बल्कि आम लोगों की जिंदगी भी प्रभावित होगी। यदि दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ तो इसका सबसे बड़ा असर इनकी अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ेगा।

भारत पर युद्ध का असर

भारत जो पहले ही विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है यदि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में उलझता है तो इसका भारी असर उसकी रोज़मर्रा की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि युद्ध की स्थिति में भारत को प्रतिदिन ₹1460 करोड़ से लेकर ₹5000 करोड़ तक का नुकसान हो सकता है। अगर युद्ध लंबे समय तक चलता है तो भारत को प्रतिदिन ₹1.34 लाख करोड़ तक का खर्च उठाना पड़ सकता है। इसके साथ ही विदेशी निवेशकों का भारत से मुंह मोड़ना और विदेशी मुद्रा खर्च होना भी तय है। इससे रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले गिर सकती है जिससे आयात महंगे हो जाएंगे और महंगाई बढ़ सकती है।

पाकिस्तान पर युद्ध का असर

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही कमजोर है और एक बड़े युद्ध का उसका आर्थिक तानाबाना पूरी तरह से नष्ट कर सकता है। पाकिस्तान का रुपया डॉलर के मुकाबले पहले ही कमजोर हो चुका है और युद्ध के चलते यह 285 रुपये तक गिर सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान के कृषि क्षेत्र पर भी बुरा असर पड़ सकता है जो उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। कृषि उत्पादों की आपूर्ति में कमी व्यापार बंद होना और बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च होने की संभावना के कारण पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और भी बदतर हो सकती है।

 

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