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Up Kiran, Digital Desk: नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया टेस्ट सीरीज़ का दूसरा और अंतिम मुकाबला भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी जश्न से कम नहीं रहा। जहाँ अधिकतर मैच एकतरफा साबित होते हैं, वहीं इस बार वेस्टइंडीज़ की टीम ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया और मैच को आखिरी दिन तक खींच दिया। लेकिन अंत में, भारत ने दिखा दिया कि क्यों वह टेस्ट क्रिकेट का बेताज बादशाह है।

वेस्टइंडीज़ का संघर्ष, लेकिन भारत की जीत पक्की

वेस्टइंडीज़ ने दूसरी पारी में ज़बरदस्त संघर्ष किया। एक वक्त जब उनकी टीम पहले मैच की तरह लड़खड़ाती दिख रही थी, तभी शाई होप और जॉन कैंपबेल ने कमाल कर दिया। दोनों ने शानदार शतक लगाकर भारतीय गेंदबाज़ों को चुनौती दी और 177 रनों की अहम साझेदारी कर दी। इतना ही नहीं, निचले क्रम के बल्लेबाज़ों ने भी भारतीय टीम को जल्दी जीतने नहीं दिया।

पर बावजूद इसके, वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी 390 रनों पर खत्म हुई और भारत के सामने जीत के लिए सिर्फ 121 रनों का लक्ष्य रखा गया।

केएल राहुल की शांत शुरुआत, फिर तूफ़ानी फिनिश

चौथे दिन भारत ने 63 रन बना लिए थे और आखिरी दिन उन्हें केवल 58 रन चाहिए थे। ओपनर केएल राहुल और साई सुदर्शन ने धीमी लेकिन संतुलित शुरुआत की। पहले चार ओवरों में केवल तीन रन बने, लेकिन जैसे ही राहुल ने पहला चौका मारा, पारी ने रफ्तार पकड़ ली।

राहुल ने एक और अर्धशतक लगाया और यह दिखा दिया कि वह अभी भी फॉर्म में हैं। वहीं, रोस्टन चेज़ ने सुदर्शन और शुभमन गिल को आउट कर भारत को हल्का झटका दिया, लेकिन इससे जीत पर कोई असर नहीं पड़ा। भारत ने सात विकेट बाकी रहते मैच और सीरीज़ दोनों जीत ली।

18 साल से भारत अजेय, वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट में दबदबा कायम

इस जीत के साथ भारत ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ लगातार 10वीं टेस्ट सीरीज़ जीती। यह आंकड़ा 2002 से चला आ रहा है और अब भारत 27 टेस्ट मैचों से वेस्टइंडीज़ से नहीं हारा है। यह सिर्फ एक टीम के खिलाफ जीत नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भारत की स्थिरता और ताकत का प्रतीक बन चुका है।

पहली पारी में ही भारत ने कर दिया था मैच पर कब्ज़ा

मैच की शुरुआत में ही भारत ने यह साबित कर दिया था कि वे इस सीरीज़ को हल्के में नहीं ले रहे। यशस्वी जायसवाल ने 175 और शुभमन गिल ने नाबाद 129 रन बनाए। भारत ने पहली पारी 518/5 पर घोषित कर दी, जिससे वेस्टइंडीज़ पर दबाव साफ दिखा।

वेस्टइंडीज़ की पहली पारी महज़ 248 रन पर सिमट गई, जिससे भारत को 270 रनों की बढ़त मिली और फॉलो-ऑन का मौका भी मिला।

WTC में वेस्टइंडीज़ की हालत पतली

वेस्टइंडीज़ को इस टेस्ट सीरीज़ में हार का सामना करने के साथ-साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी लगातार पाँचवीं बार हार मिली है। इस हार से टीम की रैंकिंग पर और असर पड़ेगा और उनका आत्मविश्वास भी गिर सकता है।