Up Kiran, Digital Desk: जब बात देश के सम्मान और हवाई ताकत की आती है, तो भारतीय वायुसेना (IAF) का नाम हमेशा गर्व से लिया जाता है. एक बार फिर दुनिया हमारी ताकत की साक्षी बनने वाली है, क्योंकि भारतीय वायुसेना का एक विशेष दल 'दुबई एयरशो 2025' (Dubai Airshow 2025) में हिस्सा लेने के लिए दुबई पहुंच गया है. यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती हवाई क्षमता, स्वदेशी रक्षा तकनीक और बेजोड़ व्यावसायिकता का दुनिया के सामने प्रदर्शन है. इस बार इस शानदार एयरशो में 'सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम' (Suryakiran Aerobatic Team) अपने अद्भुत हवाई करतबों से दिल जीतेगी, और भारत में ही बना हमारा गौरव 'तेजस' विमान (LCA Tejas) अपनी उड़ान से दुश्मनों के होश उड़ा देगा!
भारत का गौरव 'सूर्यकिरण' और 'तेजस' की धमाकेदार एंट्री
दुबई एयरशो दुनिया के सबसे बड़े एयरोस्पेस आयोजनों में से एक है, जहां दुनिया भर की वायुसेनाएं और रक्षा कंपनियां अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करती हैं. ऐसे महत्वपूर्ण मंच पर भारत की उपस्थिति कई मायनों में अहम है:
- सूर्यकिरण टीम का हैरतअंगेज़ प्रदर्शन: 'सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम' अपनी लाल और सफेद हॉक्स में आसमानी करतब दिखाने के लिए जानी जाती है. उनके बेजोड़ फॉर्मेशन और सटीक मूव्स सिर्फ एक हवाई कलाबाज़ी नहीं, बल्कि भारतीय वायुसेना के पायलटों के बीच गजब के तालमेल, अनुशासन और साहस का प्रतीक हैं. यह टीम पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी धाक जमा चुकी है.
- 'तेजस' की उड़ानों से आत्मनिर्भर भारत का संदेश: इस एयरशो का एक और बड़ा आकर्षण होगा हमारा स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान 'तेजस' (Light Combat Aircraft - Tejas). 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' अभियान की जीती-जागती मिसाल, तेजस ने अपनी क्षमताओं से दुनिया को कई बार चौंकाया है. यह विमान भारतीय इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और समर्पण का फल है. दुबई के आसमान में तेजस की गर्जना बताएगी कि भारत रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से अग्रसर है. यह आधुनिक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान अब विश्व स्तर पर अपनी जगह बना रहा है.
बढ़ते वैश्विक संबंधों और सैन्य कूटनीति का प्रतीक
दुबई एयरशो में भारतीय वायुसेना की यह भागीदारी केवल हवाई प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने, रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने और विभिन्न देशों के साथ सैन्य कूटनीति को आगे बढ़ाने का एक शानदार मौका है. भारत अपनी रक्षा निर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित कर रहा है, जिससे मित्र देशों के साथ रक्षा व्यापार और तकनीकी सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे.
यह पल भारतीय वायुसेना के लिए और पूरे देश के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण है, जो हमें याद दिलाता है कि हमारा देश सुरक्षा और नवाचार दोनों में विश्व मंच पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. दुबई एयरशो के आसमान में जब 'सूर्यकिरण' की धूम और 'तेजस' का जोश दिखेगा, तो हर भारतीय का सीना गर्व से फूल जाएगा.
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