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अमृतसर, 19 मई: देश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी आतंकी साजिश को समय रहते विफल कर दिया है। खुफिया जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से अमृतसर स्थित पवित्र स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर हमले की योजना बनाई गई थी। इस हमले में मिसाइल और ड्रोन के इस्तेमाल की तैयारी थी, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेर दिया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को निशाना बनाने की साजिश में जुटे थे। इस बार उनका मकसद था, सिख समुदाय की आस्था का केंद्र स्वर्ण मंदिर। सीमा पार से भेजे गए ड्रोन और मिसाइलों के माध्यम से इस हमले को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। हालांकि भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते अलर्ट जारी कर दिया और सभी संभावित खतरों को निष्क्रिय कर दिया।

भारतीय वायु सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त निगरानी प्रणाली ने सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन की गतिविधियों को पहचाना और तुरंत कार्रवाई की। जवाबी कदम के तौर पर वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय किया गया, जिससे दुश्मन की कोई भी कोशिश सफल नहीं हो सकी। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह हमला सफल हो जाता, तो इससे देश में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता था और बड़ी क्षति हो सकती थी।

केंद्र सरकार और पंजाब पुलिस ने इस साजिश को लेकर जांच तेज कर दी है। साथ ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के आदेश भी जारी किए हैं।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। स्वर्ण मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और देश की आस्था पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी

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