Up Kiran, Digital Desk: अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने टेक्सास में भारतीय नागरिक चंद्र नागमल्लैया की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा की है और कहा है कि यह घटना पूरी तरह से रोकी जा सकती थी यदि जो बिडेन प्रशासन ने "आपराधिक अवैध विदेशी" को रिहा नहीं किया होता। DHS ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में बताया कि इस मामले ने अवैध विदेशियों को तीसरे देशों में भेजने और उन्हें अमेरिका में रहने की अनुमति नहीं देने के महत्व को उजागर किया है।
पोस्ट में बताया गया कि आरोपी योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज ने पीड़ित का सिर उसकी पत्नी और बच्चे के सामने ही काट दिया। DHS ने इसे जघन्य और बर्बर कृत्य करार दिया और कहा कि आरोपी को क्यूबा वापस न लेने के कारण बिडेन प्रशासन ने उसे अमेरिकी सीमा में छोड़ दिया था। यही कारण है कि ऐसे अपराधियों को तीसरे देशों में भेजा जा रहा है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने चंद्रा नागमल्लैया को "डलास में एक सम्मानित व्यक्ति" बताया और कहा कि आरोपी को कानून के तहत सख्त सज़ा मिलेगी। ट्रंप ने बिडेन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि मार्टिनेज़ पर पहले से ही कई अपराधों के आरोप थे, लेकिन उन्हें वापस अमेरिका में रिहा कर दिया गया। ट्रंप ने कहा कि अवैध प्रवासियों के प्रति नरम रुख का समय खत्म हो चुका है।
टेक्सास की बर्बर हत्या की घटना
यह दर्दनाक घटना डलास के डाउनटाउन सूट्स मोटल में हुई, जहां 50 वर्षीय चंद्र नागमल्लैया एक मोटल मैनेजर थे। नजरबंदी फुटेज में देखा गया कि 37 वर्षीय कोबोस-मार्टिनेज ने कुल्हाड़ी से हमला किया और पीड़ित ने अपनी पत्नी और बेटे की सुरक्षा के लिए कार्यालय की ओर भागने की कोशिश की। संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या का मुकदमा चलाया जाएगा।
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