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नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी कि नाडा ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों का डोप टेस्ट किया गया था। जिसमें ज्यादा बार टेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के हुए जबकि बाकी खिलाड़ियों के भी सैंपल लिए गए। पिछले पांच महीनों में लगभग 55 खिलाड़ियों के टेस्ट किए गए।

हालांकि टीम इंडिया के खिलाड़ियों का टेस्ट तो हुआ लेकिन कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली को राहत मिली। साल 2023 के पहले पांच महीनों में रोहित और विराट का टेस्ट नहीं हुआ। हार्दिक पांड्या का यूरिन सैंपल लिया गया था। 2021 और 2022 में रोहित शर्मा का सर्वाधिक बार परीक्षण किया गया। रोहित का तीन तीन बार परीक्षण किया गया था।

कोहली का 2021 और दो हज़ार 22 में भी परीक्षण नहीं किया गया था। जडेजा के तीनों नमूने यूरीन के लिए गए। ये नमूने 19 फरवरी, 26 मार्च और 26 अप्रैल को लिए गए। तेज गेंदबाज टी नटराजन के दो नमूने 27 अप्रैल को ही लिए गए। इस साल जनवरी से मई तक टीम इंडिया के खिलाड़ियों का भी परीक्षण किया गया।

जिसमें सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, ईशान किशन, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर, मयंक अग्रवाल, राहुल त्रिपाठी, भुवनेश्वर कुमार, रिद्धिमान साहा, दिनेश कार्तिक, यशस्वी जयसवाल, अंबाती रायडू, पीयूष चावला और मनीष पांडे शामिल हैं। नाडा ये नमूने इसलिए लेता है जिससे पता चल सके कि खिलाड़ी कोई गलत प्रदार्थ लेकर खेल नहीं रहा जिससे उनका प्रदर्शन अच्छा हो जाए और उनमें ताकत भरपूर आ जाए। ऐसा नहीं है कि सिर्फ टीम इंडिया के खिलाडिय़ों का ही डोप टेस्ट किया गया है। इसके अलावा विदेशी खिलाड़ियों की भी जांच की गई।

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