img

Up Kiran, Digital Desk: आजकल रिश्तों में एक नया शब्द सुनने को मिल रहा है – 'सूक्ष्म बेवफाई' (Micro-cheating)। यह कुछ ऐसी छोटी-छोटी हरकतें होती हैं जो सीधे तौर पर धोखा तो नहीं होतीं, लेकिन रिश्ते की नींव को धीरे-धीरे कमजोर कर सकती हैं। खासकर डिजिटल युग में, जब सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल आम है, यह रेखा और भी धुंधली हो जाती है कि कब दोस्ती या सामान्य बातचीत 'बेवफाई' की ओर बढ़ने लगती है।

क्या होती है 'सूक्ष्म बेवफाई'? यह ऐसी हरकतें हैं जहाँ आप अपने पार्टनर के अलावा किसी और के साथ भावनात्मक या गुप्त संबंध बनाते हैं, भले ही उसमें कोई शारीरिक संबंध न हो। इसके कुछ उदाहरण हो सकते हैं:

गुप्त चैट या मैसेजिंग: अपने पार्टनर से छुपाकर किसी पुराने दोस्त या सहकर्मी के साथ लगातार 'सीक्रेट' मैसेजिंग करना, जिसमें बातें बहुत निजी हों।

सोशल मीडिया पर अत्यधिक ध्यान: किसी और की सोशल मीडिया पोस्ट पर लगातार 'ओवर-लाइक' करना, फ्लर्टी कमेंट करना, या उनके पोस्ट का बेसब्री से इंतजार करना।

भावनात्मक संबंध: किसी और व्यक्ति के साथ ऐसी गहरी भावनात्मक बातें साझा करना जो आपको अपने पार्टनर के साथ करनी चाहिए।

फ्लर्टिंग: जानबूझकर या अनजाने में किसी और से इस तरह फ्लर्ट करना जिससे यह लगे कि आप उनमें रुचि रखते हैं, भले ही यह सिर्फ 'मजाक' में हो।

तुलना करना: अपने पार्टनर की तुलना किसी और से करना, खासकर उनकी खूबियों की सराहना करते हुए।

यह सिर्फ कल्पना है या खतरा? सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह कब सिर्फ कल्पना या दोस्ती है, और कब यह 'बेवफाई' की ओर बढ़ने लगती है? इसकी पहचान करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह अक्सर ग्रे एरिया में होता है। हालाँकि, कुछ संकेत हैं:

गुप्तता (Secrecy): अगर आप अपनी इन हरकतों को अपने पार्टनर से छिपाने की कोशिश करते हैं, तो यह एक बड़ा संकेत है कि आप गलत दिशा में हैं।

अपराधबोध (Guilt): अगर आपको अपनी हरकतों को लेकर मन में अपराधबोध महसूस होता है, तो शायद यह सही नहीं है।

इमोशनल इन्वेस्टमेंट: अगर आप किसी और व्यक्ति पर अपनी भावनात्मक ऊर्जा और समय अपने पार्टनर से ज्यादा खर्च कर रहे हैं, तो यह एक समस्या है।

कैसे करें इससे बचाव? रिश्ते में खुला संवाद और पारदर्शिता सबसे ज़रूरी है। पार्टनर्स को एक-दूसरे की भावनाओं और सीमाओं का सम्मान करना चाहिए। अगर आपको शक हो या कोई हरकत असहज महसूस हो, तो खुलकर बात करें। 

अपने आप से पूछें: "क्या मैं यह हरकत अपने पार्टनर के सामने कर सकता/सकती हूँ?" अगर जवाब 'नहीं' है, तो शायद यह 'सूक्ष्म बेवफाई' की ओर पहला कदम है। ईमानदारी और सम्मान ही एक स्वस्थ रिश्ते की नींव हैं

--Advertisement--