
Up Kiran, Digital Desk: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 एक विशेष संदेश के साथ दुनिया भर में मनाया जाएगा: 'स्वास्थ्य और पृथ्वी के सद्भाव के लिए योग' (Yoga for Harmony of Health and Earth)। यह विषय न केवल व्यक्तिगत कल्याण पर योग के गहरे प्रभाव पर जोर देता है, बल्कि हमारे ग्रह के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करता है।
हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी प्रयासों और संयुक्त राष्ट्र के समर्थन का परिणाम है। यह दिन दुनियाभर के लोगों को एक साथ आकर योग के प्राचीन अभ्यास को अपनाने और उसके लाभों को समझने के लिए प्रेरित करता है। 2025 का विषय इस संदेश को एक नए स्तर पर ले जाता है, जो हमें याद दिलाता है कि हमारा स्वास्थ्य और हमारे ग्रह का स्वास्थ्य आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं।
योग केवल शारीरिक आसनों और श्वास के व्यायाम तक ही सीमित नहीं है; यह एक समग्र जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को जोड़ती है। यह तनाव को कम करने, लचीलेपन को बढ़ाने और आंतरिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है। 'स्वास्थ्य और पृथ्वी के सद्भाव' का विषय हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे हमारी जीवनशैली विकल्प न केवल हमारे स्वयं के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, बल्कि पर्यावरण पर भी असर डालते हैं। योग का अभ्यास हमें अधिक जागरूक और जिम्मेदार बनाता है, जिससे हम प्रकृति के साथ अधिक सम्मानजनक तरीके से जुड़ते हैं।
इस थीम के तहत, 2025 में योग दिवस के कार्यक्रम विशेष रूप से पर्यावरणीय चेतना और टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देने पर केंद्रित होंगे। यह योग के माध्यम से प्रकृति के साथ एक मजबूत संबंध विकसित करने, अपनी खपत कम करने और एक स्वस्थ, हरित ग्रह के लिए योगदान करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 हमें एकजुट होने का एक अवसर देगा, ताकि हम व्यक्तिगत और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए योग की शक्ति का जश्न मना सकें। यह एक स्वस्थ, शांत और टिकाऊ भविष्य की नींव रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
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