
पूर्व मुख्यमंत्री और PDP प्रमुख मेहबूबा मुफ्ती ने हाल ही में कहा है कि हालिया इसराइल–ईरान तनाव के बाद ईरान मुस्लिम दुनिया का नया नेतृत्वकर्ता बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे अमेरिका तक प्रभाव पड़ा है और वह भी अब स्थिति पर नियंत्रण पाने के रास्ते तलाश रहा है।
मुख्य बिंदु:
1. ईरान की प्रभावशाली भूमिका
मुफ्ती ने कहा कि ईरान ने मध्यपूर्व में अपनी भूमिका इतनी मजबूत कर ली है कि उसे अब “मुस्लिम विश्व का नेतृत्वकर्ता” माना जाने लगा है। यह बदलाव तब सामने आया जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव और हमले तेज हुए।
2. अमेरिका पर बढ़ता दबाव
इस संघर्ष के दौरान, अमेरिका को क्षेत्र में अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए कूटनीतिक और सैन्य रूप से नए रास्ते चुनने पड़े। मुफ्ती के अनुसार, इससे यह साफ हो गया कि ईरान ने अमेरिका को भी अपनी रणनीति पर प्रतिक्रिया करने को मजबूर कर दिया है।
3. सीजफायर की उम्मीदें
उन्होंने कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वो ईरान की बढ़ती भूमिका को समझे और सीजफायर के लिए दबाव बनाए। इससे क्षेत्र में अस्थिरता कम हो सकती है।
4. भारत और अन्य मुस्लिम देशों की भूमिका
मुफ्ती ने यह भी सुझाव दिया कि भारत और अन्य प्रमुख मुस्लिम देश भी इस बदलाव को भांपकर मध्यपूर्व में स्थिरता के लिए पहल कर सकते हैं। उनको क्षेत्रीय साझेदारी बनाए रखने पर ध्यान देना चाहिए।
5. वैश्विक राजनीतिक परिवर्तन
इन घटनाओं से साफ है कि पारंपरिक वैश्विक ताकतों के साथ-साथ अब गैर-पश्चिमी देश भी अधिक सक्रिय हैं। ईरान का उभरना इस दिशा में एक बड़ा संकेत है।
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