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Trump Iran policy: ईरान और अमेरिका के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ईरान पर ‘अधिकतम दबाव’ की नीति के जवाब में ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी तरह की धमकियों के आगे नहीं झुकेगा। मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने अमेरिका को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि जो करना है कर लो, हम अपने परमाणु कार्यक्रम पर कोई समझौता नहीं करेंगे।

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने भी इस तनाव के बीच अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका देश अमेरिका के किसी भी दबाव में नहीं आएगा और न ही वार्ता के लिए राजी होगा। ये बयान तब आया जब राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने ईरान के साथ एक नए परमाणु समझौते पर बातचीत के लिए खामेनेई को पत्र भेजा है। हालांकि, ईरान ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उसे अमेरिका की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।

अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने 2015 के परमाणु समझौते (JCPOA) से अमेरिका को बाहर निकालते हुए ईरान पर कठोर बैन लगा दिए थे। इस बार भी ट्रंप प्रशासन ने ईरान की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और उसके तेल निर्यात को पूरी तरह खत्म करने की नीति पर काम शुरू कर दिया है। लेकिन इसके जवाब में ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को और तेज कर दिया है और अंतरराष्ट्रीय दबाव की परवाह न करने का संकेत दिया है।

बता दें कि ईरान ने इस बार अमेरिका के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाया है और रूस-चीन के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी मजबूत कर रहा है।