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Up Kiran, Digital Desk: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) अपने प्रतिष्ठित शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया में एक बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। ताजा रिपोर्टों और UGC (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के निर्देशों के अनुसार, बीएचयू की खाली पड़ी सीटों पर दाखिला अब कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के स्कोर के बिना, सीधे मेरिट के आधार पर किया जाएगा। यह उन हजारों छात्रों के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है, जो किसी कारणवश CUET परीक्षा में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए या परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।

CUET के बाद मेरिट का आधार: आखिर क्यों हुआ यह बदलाव?

यूजीसी (University Grants Commission) ने हाल ही में विश्वविद्यालयों को यह निर्देश जारी किया है कि वे अपने परिसरों में खाली रह गई सीटों को भरने के लिए वैकल्पिक तरीके अपनाएं। इस निर्देश का मुख्य उद्देश्य संसाधनों की बर्बादी को रोकना और अधिक से अधिक योग्य छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है। बीएचयू, जो देश के अग्रणी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है, ने इस निर्देश का पालन करते हुए अपनी प्रवेश नीति में समायोजन किया है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने पाया कि CUET-UG और CUET-PG की काउंसलिंग प्रक्रिया के कई दौर पूरे होने के बाद भी, विशेष रूप से स्नातकोत्तर (PG) और कुछ स्नातक (UG) पाठ्यक्रमों में काफी सीटें रिक्त रह गई हैं। इन रिक्त सीटों को भरने के लिए, यूजीसी ने बीएचयू को सलाह दी है कि वे CUET स्कोर की अनिवार्यता को शिथिल कर दें और प्रवेश प्रक्रिया को मेरिट-आधारित बनाएं। यह कदम उन छात्रों को सीधा लाभ पहुंचाएगा जिन्होंने 12वीं या अपनी स्नातक की पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, लेकिन CUET में अच्छा स्कोर नहीं कर पाए।

बीएचयू एडमिशन 2025: खाली सीटों पर कैसे होगा दाखिला?

जानकारी के अनुसार, बीएचयू की जो सीटें CUET के माध्यम से भरी नहीं जा सकीं, उन पर अब सीधे मेरिट सूची के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसका मतलब है कि छात्रों का चयन उनकी पिछली शैक्षणिक योग्यताओं (जैसे 10+2 या ग्रेजुएशन में प्राप्त अंक) के आधार पर किया जाएगा।

विश्वविद्यालय जल्द ही इस मेरिट-आधारित प्रवेश प्रक्रिया के लिए विस्तृत दिशानिर्देश और आवेदन की अंतिम तिथि जारी करेगा। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे बीएचयू की आधिकारिक वेबसाइट bhu.ac.in पर नियमित रूप से विजिट करते रहें ताकि वे किसी भी महत्वपूर्ण अपडेट से चूक न जाएं।

क्या CUET पूरी तरह से समाप्त हो गया है?

यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह बदलाव केवल रिक्त सीटों को भरने के लिए है। इसका मतलब यह नहीं है कि CUET परीक्षा को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। भविष्य में अधिकांश प्रवेश अभी भी CUET स्कोर के आधार पर ही होंगे। यह एक विशेष व्यवस्था है जो केवल तब लागू होगी जब सीटें खाली रह जाती हैं। इसलिए, आगामी सत्रों के लिए CUET परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को अपनी तैयारी जारी रखनी चाहिए।

Bhu Admission 2025 Merit Basis: छात्रों के लिए बड़ी राहत

इस नए नियम के लागू होने से उन छात्रों को बड़ी राहत मिली है जो CUET के कठिन प्रतिस्पर्धा से चूक गए थे। यह बीएचयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में अपनी शिक्षा जारी रखने का एक और मौका प्रदान करता है। यह फैसला छात्र-हितैषी कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो शैक्षणिक सत्र 2025-26 में अधिक छात्रों को बीएचयू के विभिन्न कोर्सेज में प्रवेश दिला सकेगा।

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