पहले टेस्ट में रोहित सेना का दबदबा रहा है। 80 रन का आंकड़ा पार करने के बाद लोकेश राहुल, यशस्वी जयसवाल और रवींद्र जडेजा को हटना पड़ा। इसलिए एक भी भारतीय बल्लेबाज तिहरा आंकड़ा पार नहीं कर सका। हालांकि लोकेश और यशस्वी असफल रहे, पर जडेजा शतक पूरा करने की ओर अग्रसर दिख रहे थे, लेकिन तीसरे अंपायर के फैसले ने उनकी जान ले ली। वह यह तय नहीं कर सके कि गेंद पहले बल्ले पर लगी या पैड पर और उन्होंने मैदानी अंपायर के फैसले को बरकरार रखा। इसलिए, जडेजा को 87 रन पर रिटायर होना पड़ा, लेकिन इस फैसले ने सोशल मीडिया पर माहौल गर्म कर दिया है।
इंग्लैंड के पहली पारी में 246 रन के जवाब में भारत ने 436 रन बनाकर 190 रन की मजबूत बढ़त ले ली। यशस्वी जयसवाल ने आक्रामक शुरुआत की और 74 गेंदों में 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 80 रन बनाए। हालांकि रोहित शर्मा (24), शुबमन गिल (23) और श्रेयस अय्यर (35) ने बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन मैदान पर उनकी मौजूदगी अहम थी। लोकेश राहुल की 123 गेंदों पर 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 86 रन की पारी अद्भुत थी। श्रीकर भरत ने 81 गेंदों पर 41 रनों की परिपक्व पारी खेली। रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने 78 रनों की साझेदारी की।
इस साझेदारी को जो रूट ने तोड़ा। उन्होंने तीसरे दिन के पहले सत्र में जडेजा को बोल्ड किया। जडेजा 180 गेंदों पर 7 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 87 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन, इस विकेट ने विवाद पैदा कर दिया है। अगली गेंद पर रूट ने जसप्रीत बुमराह को तिहरा आउट कर दिया। रेहान अहमद ने आखिरी विकेट लेकर भारत की पहली पारी 436 रनों पर समेट दी। अक्षर पटेल 44 रन बनाकर लौटे।
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