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Up Kiran , Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि देश की सुरक्षा में तैनात वो सिपाही जिन्हें हम बहादुरी की मिसाल मानते हैं अगर वे फायरिंग रेंज में ही फेल हो जाएं तो क्या हो। झारखंड पुलिस की एएसआई (सहायक उप निरीक्षक) प्रोन्नति परीक्षा का ताज़ा परिणाम सामने आने के बाद कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला।
झारखंड के 30 फीसदी से ज्यादा सिपाही अपनी दक्षता साबित करने में नाकाम रहे। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अधिकतर जवान फायरिंग में फेल हो गए यानी निशाना चूक गए या मैगजीन तक लोड नहीं कर सके।
3573 जवानों ने दी थी परीक्षा लेकिन...
2 से 14 सितंबर 2024 के बीच नेतरहाट पदमा हजारीबाग और मुसाबनी में आयोजित एएसआई प्रोन्नति परीक्षा में कुल 3573 सिपाहियों ने भाग लिया था।
ये परीक्षा दो भागों में ली गई
आंतरिक विषयों की लिखित परीक्षा और बाह्य विषयों में प्रैक्टिकल दक्षता जिसमें फायरिंग मुख्य हिस्सा था।
पुलिस मुख्यालय ने जब हाल ही में तेरहवां प्रशिक्षाफल जारी किया तो नतीजे चौंकाने वाले थे। करीब 30% सिपाही उस परीक्षा में अनुत्तीर्ण घोषित कर दिए गए जिनके भरोसे हम मैदान में दुश्मन से मुकाबला करने की उम्मीद रखते हैं।
निशाना लगाने में हुए फेल
परीक्षा में कई ऐसे जवान भी पाए गए जो फायरिंग के दौरान मैगजीन तक लोड नहीं कर सके। सोचिए अगर यही गलती किसी ऑपरेशन में हो जाए तो। नतीजतन उन्हें इस परीक्षण में अंक नहीं मिले और प्रोन्नति रुक गई। अब इन सभी जवानों को एक और मौका मिलेगा। वे फिर से परीक्षा देंगे और उत्तीर्ण होने के बाद ही उनके कंधे पर 'स्टार' की चमक दिखाई देगी।
आईजी (प्रशिक्षण) ए. विजयालक्ष्मी ने राज्य के सभी एसपी व एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों के जवानों को परीक्षा के परिणाम की जानकारी दें ताकि अगली बार वे और बेहतर तैयारी कर सकें।
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