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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के मौसम में अचानक आए बदलाव ने आम जनजीवन को खासा प्रभावित किया है। एक ओर जहां तेज़ गर्मी और बढ़ती उमस लोगों को बेहाल कर रही है, वहीं दूसरी ओर आसमान में मंडराते काले बादल और बिजली गिरने की आशंका ने चिंता और सतर्कता दोनों को बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्र समान रूप से प्रभावित हो सकते हैं।

मौसम की दोहरी मार: उमस और आंधी-बारिश का खतरा

राज्य में कई जिलों में बादलों की हलचल के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है, वहीं हवा की रफ्तार भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। दक्षिण बिहार के इलाकों, खासकर पटना, गया, और उसके आसपास के क्षेत्रों में वज्रपात का खतरा बताया गया है। मानसून की रफ्तार अब धीमी होती नजर आ रही है, जिससे बारिश का असर घटा है लेकिन तापमान में इजाफा दर्ज किया जा रहा है।

किस इलाके में कितनी बारिश हुई?

पिछले 24 घंटों के दौरान बिहार के कई जिलों में बारिश दर्ज की गई है, हालांकि मात्रा में यह अपेक्षाकृत कम रही। नवादा के नारदीगंज में सबसे अधिक 58.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो प्रदेश में सबसे ज़्यादा रही। इसके बाद गया के अतरी (36.2 मिमी) और बेलागंज (28.2 मिमी) में भी मध्यम दर्जे की बारिश हुई। अन्य जिलों जैसे गिद्धौर, अरवल, हिसुआ, टनकुप्पा, वजीरगंज, और खैरा में भी हल्की फुहारें दर्ज की गईं।

पारा चढ़ा, परेशानी बढ़ी

जहां बारिश ने थोड़ी राहत दी, वहीं तापमान में बढ़ोतरी ने हालात और मुश्किल बना दिए। राजधानी पटना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि गोपालगंज में यह 37.8 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया—जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रहा। गया, भागलपुर और मुजफ्फरपुर में भी तापमान 33 से 35 डिग्री के बीच रहा। न्यूनतम तापमान भी कहीं कम नहीं, जो 25 से 28 डिग्री के आसपास बना हुआ है।

शहरी इलाकों में हालात ज्यादा खराब

शहरी क्षेत्रों में गर्मी और नमी की दोहरी मार से लोग सबसे ज़्यादा प्रभावित हो रहे हैं। घरों और दफ्तरों में पंखे और कूलर भी राहत नहीं दे पा रहे हैं, और बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं लग रहा। बिजली कटौती और वज्रपात की खबरों ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है।

क्या कहता है मौसम विभाग?

मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रह सकता है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर उन इलाकों में जहां वज्रपात का खतरा अधिक बताया गया है। फिलहाल, उमस भरी गर्मी से राहत के आसार कम हैं, लेकिन विभाग को उम्मीद है कि हालात जल्द सामान्य हो सकते हैं।

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