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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जिन्हें मैदान पर अपने शांत और एकाग्र स्वभाव के लिए जाना जाता है, ने लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन के खेल के बाद कुछ ऐसा कह दिया जिससे हर कोई दंग रह गया। उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी के बाद आलोचकों को सीधा और करारा जवाब देते हुए कहा कि उनकी आलोचना करने वाले लोग वास्तव में उनके नाम का इस्तेमाल करके पैसे कमा रहे हैं।

लॉर्ड्स में दूसरे दिन जब बुमराह ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया और महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, तो मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे लगातार हो रही आलोचनाओं और बाहरी टिप्पणियों के बारे में पूछा गया। इस पर बुमराह ने बिना किसी हिचकिचाहट के जवाब दिया, "मुझे पता है कि लोग मेरे थ्रू (मेरे माध्यम से) पैसे कमा रहे हैं। तो उनको बात करने दीजिए।"

यह बयान बुमराह के अंदर की दृढ़ता और बाहरी दबाव को झेलने की उनकी क्षमता को दर्शाता है। यह एक खिलाड़ी के लिए असामान्य प्रतिक्रिया है, लेकिन यह बताता है कि कैसे कई बार खिलाड़ी बाहरी बकबक से परेशान होते हैं, खासकर जब वे चोट से वापसी कर रहे हों या उनके फॉर्म में मामूली गिरावट आई हो। बुमराह ने इस बात को स्पष्ट कर दिया कि वह इन टिप्पणियों से विचलित नहीं होते और अपना ध्यान पूरी तरह से अपने खेल पर रखते हैं।

बुमराह जैसे शीर्ष स्तरीय एथलीटों के लिए, सार्वजनिक आलोचना एक नियमित हिस्सा होती है। हालांकि, बुमराह का यह जवाब सिर्फ एक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि उन सभी विश्लेषकों, पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों के लिए एक संदेश था जो हर छोटे उतार-चढ़ाव पर अपनी राय रखते हैं और अक्सर नकारात्मकता फैलाते हैं। उन्होंने बड़ी चतुराई से यह भी इशारा किया कि ऐसी आलोचनाएं अक्सर ध्यान खींचने या 'कंटेंट' बनाने के लिए की जाती हैं, जिससे संबंधित व्यक्तियों को वित्तीय या सामाजिक लाभ होता है।

यह बुमराह की मानसिक मजबूती का प्रमाण है कि वह इस तरह की टिप्पणियों को अपनी प्रेरणा का हिस्सा बनाते हैं, बजाय इसके कि वे उन्हें प्रभावित करें। लॉर्ड्स में उनका प्रदर्शन, जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए, उनके शब्दों को और अधिक वजन देता है। बुमराह ने यह साबित कर दिया कि उनका काम मैदान पर बोलना है, और जब जुबान से बोलना पड़े, तो वे बेबाक बोल सकते हैं।

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