
रविवार को मुंबई में बॉलीवुड के कई कलाकार दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार को अंतिम विदाई देने पहुंचे। इसी प्रार्थना सभा में जया बच्चन की मौजूदगी और उनके साथ हुआ एक वाकया चर्चा का विषय बन गया है। दिवंगत अभिनेता मनोज कुमार का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा में जया बच्चन का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह नाराज़ नजर आ रही हैं।
क्या हुआ सभा के दौरान?
मनोज कुमार की प्रार्थना सभा में जया बच्चन जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं, वह गेट के पास खड़ी थीं। तभी हरी साड़ी में एक बुजुर्ग महिला उनके कंधे पर हल्का सा हाथ रखती है, जिसे लेकर जया का रिएक्शन तीखा हो गया। उन्होंने तुरंत मुड़कर महिला का हाथ पकड़ लिया और एक तरफ कर दिया। इस दौरान महिला के साथ मौजूद एक पुरुष—जो संभवतः महिला का पति था—अपने मोबाइल फोन से वीडियो बना रहा था। यह देखकर जया और भी चिढ़ गईं और उन्होंने कुछ सख्त बातें कहकर वहां से आगे बढ़ गईं।
सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। इस पर यूजर्स की प्रतिक्रिया बंटी हुई है। कुछ लोग जया बच्चन के व्यवहार को असभ्य और रूखा बता रहे हैं, जबकि कुछ उन्हें सही ठहरा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “वह हमेशा गुस्से में दिखती हैं।” वहीं दूसरे ने कहा, “बहुत रूड हैं, वो महिला तो बस सम्मान जता रही थी।” हालांकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि शायद महिला ने उनकी निजता भंग की होगी, इसलिए जया का रिएक्शन स्वाभाविक था।
अमिताभ बच्चन के बिना पहुंचीं थीं सभा में
जया बच्चन इस मौके पर अपने पति अमिताभ बच्चन के बिना प्रार्थना सभा में शामिल हुई थीं। उन्होंने सफेद रंग का सूट पहन रखा था और पूरी गरिमा के साथ दिवंगत अभिनेता के परिवार को श्रद्धांजलि दी। सभा में वह अन्य लोगों से सम्मानपूर्वक बातचीत करती भी नजर आईं।
बता दें कि अमिताभ बच्चन अपने बेटे अभिषेक बच्चन के साथ मनोज कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, लेकिन प्रार्थना सभा में जया अकेली पहुंचीं।
सम्मान और निजता की सीमा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से सेलिब्रिटीज की निजता और आम लोगों के व्यवहार के बीच संतुलन की बहस को जन्म दे दिया है। सवाल यह है कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में क्या मशहूर हस्तियों को हर समय शालीनता बनाए रखनी चाहिए, या फिर उनके भी निजी स्पेस का सम्मान किया जाना चाहिए?
जया बच्चन का यह पल भले ही सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन गया हो, लेकिन इससे एक बात तो साफ है कि भावनात्मक मौकों पर कैमरों की मौजूदगी और अनचाही टक्करें कभी-कभी विवाद का रूप ले सकती हैं।