
Up Kiran , Digital Desk:अगर आप अपनी पहली नौकरी शुरू करने जा रहे हैं, तो बधाई! यह आपके जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। नई नौकरी की खुशी के साथ-साथ कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है, खासकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़ी औपचारिकताओं का। अगर आप शुरुआत से ही इन बातों पर ध्यान देंगे, तो आपकी नौकरी बिना किसी झंझट और परेशानी के चलती रहेगी और आपका भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। आइए, जानते हैं कि पहली नौकरी ज्वाइन करते ही आपको EPF अकाउंट को लेकर किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
EPFO से जुड़े इन महत्वपूर्ण कदमों को जरूर फॉलो करें:
कंपनी की EPF कवरेज की जानकारी लें: सबसे पहले यह पता करें कि जिस कंपनी में आप नौकरी ज्वाइन कर रहे हैं, वह EPFO के अंतर्गत कवर्ड है या नहीं, और क्या आपको EPF का लाभ मिलेगा।
अनिवार्य सदस्यता की शर्तें:
अगर कंपनी पर EPF एक्ट लागू होता है और आपका मासिक वेतन 15,000 रुपये तक है, तो आपको अनिवार्य रूप से EPF (कर्मचारी भविष्य निधि), EDLI (कर्मचारी जमा-लिंक्ड बीमा योजना) और पेंशन स्कीम का सदस्य बनाया जाएगा। यदि आपका वेतन 15,000 रुपये से अधिक है, तो आप अपने नियोक्ता (कंपनी) की सहमति से EPF के सदस्य बन सकते हैं।
फॉर्म 11 को ध्यानपूर्वक भरें: अपने एचआर विभाग से फॉर्म 11 मांगें और इसे बहुत सावधानी से भरें। सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा भरे गए सभी विवरण आपके आधार कार्ड और अन्य प्रमाण-पत्रों से पूरी तरह मेल खाते हों। नाम की स्पेलिंग में कोई गलती न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें।
आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें: फॉर्म 11 के साथ अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की स्पष्ट फोटोकॉपी संलग्न करें। फॉर्म में वही मोबाइल नंबर दर्ज करें जो आपके आधार कार्ड से लिंक हो।
UAN जनरेशन और आधार वेरिफिकेशन: आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) तभी जेनरेट होगा जब आपका आधार डाटा सफलतापूर्वक वेरिफाई हो जाएगा। यह भी सुनिश्चित करें कि आपके बैंक अकाउंट में आपका नाम ठीक उसी तरह लिखा हो जैसा आपके आधार कार्ड में है।
बैंक अकाउंट सीडिंग का महत्व: आपके EPF का पैसा सुरक्षित तरीके से आपको मिल सके, इसके लिए बैंक अकाउंट की सीडिंग (जोड़ना) अनिवार्य है।
पैन नंबर की आवश्यकता: आयकर संबंधी अनुपालन (Tax Compliance) के लिए पैन नंबर दर्ज करना भी जरूरी है। UAN और मेंबर आईडी प्राप्त करें: फॉर्म 11 जमा होने के बाद, आपका नियोक्ता आपका UAN नंबर और मेंबर आईडी जेनरेट करेगा, जिसमें आपका EPF अंशदान जमा होगा। अपने एचआर से अपना EPF मेंबर आईडी और UAN नंबर अवश्य प्राप्त करें।
UAN एक्टिवेशन: EPFO की आधिकारिक वेबसाइट (www.epfindia.gov.in) पर जाकर अपने UAN को तुरंत एक्टिवेट कर लें। इससे आप अपनी EPF पासबुक ऑनलाइन देख सकेंगे और क्लेम सहित अन्य सभी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
KYC और ज्वाइनिंग डेट की जांच: UAN एक्टिवेट करने के बाद मेंबर पोर्टल पर लॉग इन करके अपनी KYC (नो योर कस्टमर) डिटेल्स को ध्यानपूर्वक जांच लें। यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी ज्वाइनिंग की तारीख सही दर्ज है। कोई भी गलती होने पर 'ज्वाइंट डिक्लेयरेशन' प्रक्रिया के माध्यम से इसे तुरंत सही करा लें।
नियमित पासबुक जांच: हर महीने मेंबर पोर्टल पर जाकर अपनी EPF पासबुक देखें और यह सुनिश्चित करें कि आपका EPF अंशदान नियमित रूप से जमा हो रहा है।
SMS अलर्ट: वैसे तो EPF जमा होने पर EPFO द्वारा आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS भी भेजा जाता है, फिर भी स्वयं जांचते रहना बेहतर है।
समस्या समाधान: किसी भी तरह की समस्या या शंका होने पर सबसे पहले अपने एचआर विभाग से संपर्क करें। यदि वहां समाधान नहीं मिलता है, तो आप EPFO के शिकायत निवारण पोर्टल (EPF iGMS) पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
UAN वही, मेंबर आईडी नई: याद रखें, जब भी आप नौकरी बदलेंगे, तो आपका नया नियोक्ता उसी UAN पर आपकी एक नई मेंबर आईडी जेनरेट करेगा और आपका EPF अंशदान उसमें जमा होगा। EPFO द्वारा एक सदस्य को केवल एक ही UAN जारी किया जाता है, जबकि मेंबर आईडी कंपनी बदलने पर बदल जाती है।
UMANG ऐप डाउनलोड करें: सभी EPFO सदस्यों को अपने रजिस्टर्ड मोबाइल पर भारत सरकार का UMANG (Unified Mobile Application for New-age Governance) ऐप डाउनलोड कर लेना चाहिए। इस ऐप के माध्यम से आप EPF से जुड़ी सभी सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं
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