
Up Kiran, Digital Desk: जॉली एलएलबी फ्रेंचाइजी की सबसे बड़ी खासियत रही है इसका हंसाते-हंसाते समाज के गंभीर मुद्दों पर चोट करना। पहली दो फिल्मों की शानदार सफलता के बाद, अब "जॉली एलएलबी 3" सिनेमाघरों में है, और इस बार मजा दोगुना नहीं, बल्कि तिगुना है क्योंकि इस बार आमने-सामने हैं दोनों जॉली - अक्षय कुमार और अरशद वारसी।
कहानी क्या है: फिल्म की कहानी हमें राजस्थान के बीकानेर के एक गांव में ले जाती है। यहां एक बड़ा बिजनेसमैन हरिभाई खेतान (गजराज राव) 'बीकानेर टू बोस्टन' नाम का एक विशाल प्रोजेक्ट शुरू करना चाहता है, जिसके लिए उसे गांव वालों की जमीन चाहिए। जब किसान अपनी जमीन देने से मना कर देते हैं, तो वह चालाकी से उनकी जमीनें अवैध रूप से अपने नाम करवा लेता है।
मामला तब गंभीर हो जाता है जब एक किसान दबाव में आकर आत्महत्या कर लेता है। उसकी पत्नी (सीमा बिस्वास) इंसाफ के लिए पहले एक जॉली (अरशद वारसी) और फिर दूसरे जॉली (अक्षय कुमार) के पास जाती है। पहले तो दोनों आनाकानी करते हैं, लेकिन जब सच्चाई का पता चलता है, तो वे एक साथ मिलकर इस अन्याय के खिलाफ लड़ने का फैसला करते हैं।
एक्टिंग में कौन किस पर भारी?
यह सवाल सबके मन में था कि जब दो जॉली एक साथ पर्दे पर होंगे तो कौन ज्यादा दमदार लगेगा। सच कहें तो अक्षय कुमार का स्क्रीन प्रजेंस अरशद पर थोड़ा भारी पड़ता है और उन्हें ज्यादा सीन्स भी मिले हैं। लेकिन अरशद का किरदार ज्यादा गंभीर और संवेदनशील है, जो उन्होंने बखूबी निभाया है।
असली मजा तो तब आता है जब जज साहब, यानी सौरभ शुक्ला की एंट्री होती है। अपने चिर-परिचित अंदाज, पंचलाइन्स और बेहतरीन डायलॉग डिलीवरी से वह एक बार फिर महफिल लूट ले जाते हैं। गजराज राव एक विलेन के किरदार में हैं, लेकिन उनकी कॉमिक इमेज की वजह से वह उतने खूंखार नहीं लगते।
कैसी है फिल्म: फिल्म का पहला हिस्सा काफी हल्का-फुल्का और मजाकिया है, जिसमें अक्षय और अरशद की नोकझोंक आपको खूब हंसाएगी। लेकिन दूसरा हिस्सा इमोशनल और गंभीर हो जाता है, जहाँ किसानों की आत्महत्या और सिस्टम की खामियों जैसे मुद्दों को दिखाया गया है। हालांकि, इस बार का कोर्टरूम ड्रामा पिछली दो फिल्मों जितना तीखा और असरदार नहीं लगता। कुछ सीन थोड़े खींचे हुए भी महसूस होते हैं।
देखें या नहीं: अगर आपको सामाजिक मुद्दों पर बनी मनोरंजक और कोर्टरूम ड्रामा फिल्में पसंद हैं, तो "जॉली एलएलबी 3" आपको निराश नहीं करेगी। यह एक अच्छी 'वन-टाइम वॉच' फिल्म है, जिसमें कॉमेडी है, इमोशन है और एक सोशल मैसेज भी है। अक्षय, अरशद और सौरभ शुक्ला की तिकड़ी ने फिल्म को अपने कंधों पर संभाले रखा है। अगर आपने इस सीरीज की पिछली फिल्में देखी हैं, तो इसे बिल्कुल भी मिस न करें।