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बिहार के शिवहर से विधायक चेतन आनंद कथित तौर पर पटना एम्स (AIIMS Patna) में जूनियर डॉक्टर और अस्पताल के गार्ड से हाथापाई और दुर्व्यवहार के आरोपों के घेरे में हैं। यह विवाद उस समय भड़का जब विधायक अपने समर्थकों और पत्नी डॉ. आयुषी सिंह के साथ अस्पताल पहुंचे थे। आरोप है कि प्रवेश रोकने पर उनके साथ धक्का-मुक्की की गई और उन्हें लगभग आधे घंटे तक एक कमरे में बंद रखा गया था  ।

घटना के तुरंत बाद दो तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई: विधायक चेतन आनंद और उनकी पत्नी की ओर से बदसलूकी की शिकायत तो वहीं एम्स प्रशासन ने सुरक्षित प्रोटोकॉल उल्लंघन का आरोप लगाया है  । सिटी एसपी (पश्चिम) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की लिखित शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है  ।

इसी तनाव के चलते जूनियर डॉक्टरों ने 1 अगस्त 2025 से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। डॉक्टरों ने OPD और ट्रॉमा सेंटर सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है, जब तक विधायक के खिलाफ FIR दर्ज नहीं होती। इमरजेंसी सेवा फिलहाल बाधित नहीं की गई है लेकिन डॉक्टरों की मांग और सुरक्षित कार्य वातावरण की मांग जोर पकड़ चुकी है।

एम्स परिसर में मरीजों और परिजनों को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है। अस्पताल के कई विभागों में सेवाएं ठप पड़ी हैं और स्वास्थ्य संकट के मद्देनज़र प्रशासन दबाव में है जिसे दोपहर तक किसी बड़े निर्णय की आवश्यकता होगी।

इस पूरी घटना ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था, अस्पताल स्टाफ और वीआईपी प्रविष्टियों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि FIR दर्ज कर उचित कार्रवाई तुरंत प्रारंभ की जानी चाहिए, नहीं तो स्वास्थ्य सेवाओं में अराजकता और बड़े कौशल विघटन का खतरा है।

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