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Up Kiran, Digital Desk: देश का शेयर बाज़ार एक बार फिर तेज़ी के मोड़ पर है! लगातार दूसरे दिन भी भारतीय बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही बढ़त के साथ बंद हुए। शुक्रवार को फार्मा और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेज़ी दिखी, जिसकी वजह से सेंसेक्स ने लगभग 329 अंकों का उछाल मारा।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 328.72 अंकों की शानदार तेज़ी के साथ 82,500.82 के स्तर पर बंद हुआ। इस उछाल के साथ 30 में से 22 शेयर बढ़त में रहे। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों वाला निफ्टी भी 103.55 अंकों की बढ़त के साथ 25,285.35 के स्तर पर बंद हुआ। बाज़ार की यह मजबूती साफ़ दिखाती है कि निवेशकों का आत्मविश्वास लौट रहा है।

इस तेज़ी की बड़ी वजहें क्या हैं: यह तेज़ी महज़ अचानक नहीं आई है, बल्कि इसके पीछे कुछ बहुत बड़े घरेलू और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम हैं, जिन्होंने निवेशक के मूड को पॉजिटिव किया:

तनाव कम हुआ: सबसे बड़ी अच्छी खबर यह आई कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध-विराम (Ceasefire) योजना के पहले चरण पर सहमति बन गई है, जिससे वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव थोड़ा कम हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति की ख़बरों से हमेशा ही बाज़ार में तेज़ी आती है।

सरकारी बैंकों में बड़ा बदलाव: स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) में सरकार ने एक असाधारण फैसला लिया है। अब सरकारी बैंकों में मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) जैसे टॉप मैनेजमेंट पदों के लिए प्राइवेट सेक्टर के प्रोफेशनल्स भी अप्लाई कर सकेंगे। 

एसबीआई में एमडी के चार पदों में से एक पद निजी क्षेत्र के उम्मीदवारों और पब्लिक सेक्टर के अन्य वित्तीय संस्थानों के कर्मचारियों के लिए खोला गया है। बाज़ार ने इस कदम को एक 'गेम चेंजर' (Game Changer) की तरह देखा और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में ज़ोरदार तेज़ी आ गई।

विदेशी फंडों का निवेश: विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Funds) लगातार भारतीय शेयर बाज़ार में पैसा लगा रहे हैं, जिससे बाज़ार को ऊपर जाने में और भी ताकत मिली।

एसबीआई (SBI) का शेयर सबसे बड़ा गेनर (Gainer) रहा और 2.16% की बढ़त के साथ बंद हुआ। इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता, दोनों का असर हमारे शेयर बाज़ार पर कितना गहरा होता है।